सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा टेरर अटैक का पाकिस्तान से बदला लेने वाले भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ 07 सितंबर को अपना 68वां जन्मदिन मना रहे हैं। वह देश दुनिया के लिए एक हीरो हैं। उन्होंने जिस तरह से पुलवामा का बदला लिया है, उससे देशवासियों के दिलो-दिमाग में इंडियन एयर फोर्स रच-बस गई है। तो आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर भारतीय वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और परिवार
झारखंड के देवघर में 07 सितंबर 1957 को बीरेंद्र सिंह धनोआ का जन्म हुआ था। उनके पिता एसएस धनोआ देवघर में एसडीओ के रूप में भी पदस्थापित थे। धनोआ ने अपनी स्कूली शिक्षा सेंट जेवियर स्कूल रांची से पूरी की है। बता दें कि कारगिल युद्ध में भी बीरेंद्र सिंह धनोआ जमीनी हमले करने वाली अग्रिम पंक्ति के लड़ाकू स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर थे। उनको उत्कृष्ट सेवा के लिए कई पदक मिल चुके हैं।
करियर
बीरेंद्र सिंह धनोआ ने कारगिल युद्ध के दौरान स्क्वाड्रन 1 का नेतृत्व किया था। इस युद्ध में धनोआ ने खुद को साबित भी किया था। धनोआ को कई पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया था। उनको वीरता और पराक्रम के लिए युद्ध सेवा पदक से नवाजा गया था। पुलवामा टेरर अटैक के बाद भारत ने एक और सर्जिकल स्ट्राइक करके पाकिस्तान को हैरत में डाल दिया था। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर उसको सबक सिखाने का काम किया।
वहीं पाकिस्तान में घुसकर भारतीय वायुसेना के विमानों ने आतंकी संगठन जैश ए मुहम्मद के कई ठिकानों पर लेजर गाइडेड बम गिराकर उनको तबाह कर दिया। बता दें कि एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ एवीएसएम , वाईएसएम, पीवीएसएम, वीएम और एडीसी एक भारतीय वायु सेना अधिकारी हैं। जोकि भारतीय वायु सेना के 22वें वायु सेना प्रमुख थे और उन्होंने 31 दिसंबर 2016 से 30 सितंबर 2019 तक सेवा दी हैं। इसके अलावा धनोआ ने चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है।