गिरिडीह ज़िले में दो महिलाओं की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी और घटना के सामने आने के 24 घंटे के भीतर ही हत्या के आरोपी व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत हो गई। इस घटना ने संदेह और आक्रोश पैदा कर दिया है। संतोष रविदास की पत्नी रिंकू देवी (32) और सोनी देवी (25) चार दिन पहले घर से पत्ते तोड़ने के लिए निकली थीं और उसके बाद से लापता हो गई थीं। बाद में उनके शव उनके गाँव से लगभग चार किलोमीटर दूर गोल्गो हिल्स के पास एक जंगल से बरामद किए गए। पुलिस ने श्रीकांत चौधरी को गिरफ्तार कर लिया, जिसने कथित तौर पर दोनों महिलाओं की गला घोंटकर हत्या करने की बात कबूल की है।
इसे भी पढ़ें: सीपी राधाकृष्णन की मां ने बताया नामकरण का रहस्य, पति की भविष्यवाणी 62 साल बाद सच!
जाँचकर्ताओं के अनुसार, श्रीकांत कई सालों से सोनी देवी के साथ रिश्ते में था और अक्सर जंगल में उससे छिपकर मिलता था। सोमवार को, सोनी देवी के अन्य पुरुषों के साथ संबंध होने के शक में, उसने कथित तौर पर उसका गला घोंट दिया। फिर उसने एक गवाह को खत्म करने के लिए उसके साथ आई रिंकू देवी की हत्या कर दी और दोनों शवों को जंगल में दफना दिया। मोबाइल ट्रैकिंग के आधार पर पुलिस ने श्रीकांत को गिरफ्तार कर लिया। उसने न केवल अपना अपराध स्वीकार किया, बल्कि पुलिस को उस दफ़नाने वाली जगह तक भी ले गया जहाँ से शव बरामद किए गए। इस दोहरे हत्याकांड से ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया और वे पुलिस थाने में इकट्ठा होकर न्याय की माँग करने लगे।
इसे भी पढ़ें: सी.पी. राधाकृष्णनः एक नये अध्याय की शुरुआत
इससे पहले कि यह आक्रोश कम होता, मामले ने एक नाटकीय मोड़ ले लिया: श्रीकांत मंगलवार को गवां थाने के कॉन्फ्रेंस रूम में फंदे से लटका हुआ पाया गया। पुलिस ने जहाँ इसे आत्महत्या बताया, वहीं स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि उसके गले पर चोट के निशान थे, जिससे आधिकारिक बयान पर संदेह पैदा हो गया।