मॉरीशस के पीएम रामगुलाम से मुलाकात के बाद पीएम मोदी ने कहा कि ये मेरे लिए गर्व का विषय है कि मुझे मेरे संसदीय क्षेत्र में पीएम रामगुलाम का स्वागत करने का अवसर मिला। भारत और मॉरीशस सिर्फ पार्टनर नहीं हैं, भारत मॉरीशस के साथ दृढ़ता के साथ खड़ा रहा है और ये भारत के लिए गर्व की बात है। भारत के बाहर पहला जन औषधि केंद्र मॉरिशस में स्थापित हो चुका है। मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें दी जा रही हैं, जिसमें से 10 पहुंच चुकी हैं।
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भारत की उदार सहायता और विशेषज्ञता से मॉरीशस को हुआ लाभ है
मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीनचंद्र रामगुलाम ने कहा कि भारत, अपनी विभिन्न सरकारों के माध्यम से, मॉरीशस की प्रगति और विकास की यात्रा में उसके साथ रहा है। हमें राष्ट्रीय विकास के प्रमुख क्षेत्रों में भारत की उदार सहायता और विशेषज्ञता से लाभ हुआ है, जिसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, क्षमता निर्माण, नवीकरणीय ऊर्जा, बुनियादी ढाँचा और समुद्री सुरक्षा शामिल हैं, लेकिन इन्हीं तक सीमित नहीं। इन क्षेत्रों में भारत का समय पर समर्थन मॉरीशसवासियों के जीवन स्तर में सुधार लाने में एक ठोस बदलाव ला रहा है… जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा, शिक्षा, ऊर्जा, बुनियादी ढाँचे और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में यह विशेष आर्थिक पैकेज भी एक असाधारण पैकेज होगा।
भारत और मॉरीशस के बीच हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में समझौते पर हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आईआईटी मद्रास और भारतीय वृक्षारोपण प्रबंधन संस्थान ने मॉरीशस विश्वविद्यालय के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं। ये समझौते अनुसंधान, शिक्षा और नवाचार में हमारी साझेदारी को नई ऊँचाइयों पर ले जाएँगे। एक स्वतंत्र, खुला, सुरक्षित, स्थिर और समृद्ध हिंद महासागर हमारी साझा प्राथमिकता है। भारत मॉरीशस के विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) की सुरक्षा और समुद्री क्षमता को मज़बूत करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। भारत हमेशा हिंद महासागर क्षेत्र में प्रथम प्रतिक्रियादाता और सुरक्षा प्रदाता के रूप में खड़ा रहा है। मॉरीशस के तटरक्षक जहाज़ का भारत में नवीनीकरण किया जा रहा है। उनके 120 अधिकारियों को भी भारत में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आज हाइड्रोग्राफी के क्षेत्र में सहयोग पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं और अगले पाँच वर्षों तक ईईजेड का संयुक्त सर्वेक्षण, नेविगेशन, चार्ट और हाइड्रोग्राफी डेटा में आपसी सहयोग किया जाएगा।
मॉरीशस में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का नया निदेशालय स्थापित किया जाएगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा हमारी साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है। भारत मॉरीशस को उसके ऊर्जा परिवर्तन में सहायता कर रहा है। मॉरीशस को 100 इलेक्ट्रिक बसें प्रदान की जा रही हैं, जिनमें से 10 बसें पहले ही पहुँच चुकी हैं। ऊर्जा के क्षेत्र में संपन्न व्यापक साझेदारी समझौता इसे और गति प्रदान करेगा। हमने टैमरिंड फॉल्स में 17.5 मेगावाट के फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र के निर्माण में सहयोग करने का निर्णय लिया है। अब तक 5,000 से अधिक मॉरीशस नागरिकों ने भारत में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। मेरी मार्च यात्रा के दौरान, 500 सिविल सेवकों को प्रशिक्षित करने का निर्णय लिया गया था। मुझे बहुत खुशी है कि पहला बैच वर्तमान में मसूरी में प्रशिक्षण ले रहा है। आज, हमने निर्णय लिया है कि मॉरीशस में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का एक नया निदेशालय स्थापित किया जाएगा, और जल्द ही हम मॉरीशस में मिशन कर्मयोगी के प्रशिक्षण मॉड्यूल भी शुरू करेंगे।