उत्तर प्रदेश के राज्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने शुक्रवार को हाल ही में हुए ‘आई लव मोहम्मद’ विरोध प्रदर्शन पर बोलते हुए कहा कि योगी सरकार में किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाज़त नहीं है। सुरेश खन्ना ने कहा, “योगी सरकार में किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की इजाज़त नहीं है…सरकार और प्रशासन अपना काम ज़रूर करेंगे।” शुक्रवार को हुए विरोध प्रदर्शन, जिसमें बरेली में कुछ लोगों ने पथराव किया था, का ब्यौरा देते हुए एसएसपी अनुराग आर्य ने कहा, “जब लोग नहीं माने, तो पुलिस ने अपने प्रशिक्षण के अनुसार, न्यूनतम बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर कर दिया।”
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एसएसपी आर्य ने बताया, “दिन भर कोई गड़बड़ी नहीं हुई। ज़िले में लगभग सभी जगहों पर जुमे की नमाज़ सुरक्षित रूप से संपन्न हुई। सिर्फ़ कोतवाली इलाके में, जहाँ इस्लामिया ग्राउंड में इकट्ठा होने की सूचना मिली थी, दोपहर लगभग 2:30 बजे बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और विभिन्न चौराहों पर इस्लामिया ग्राउंड जाने की ज़िद करने लगे। कई जगहों पर बैठकें आयोजित की गईं, जिनमें सभी को बताया गया कि सरकार, प्रशासन या पुलिस ने इस्लामिया ग्राउंड के लिए मांगी गई अनुमति नहीं दी है।”
उन्होंने कहा कि जो लोग वहाँ पहुँचे, उन्होंने पुलिस के साथ दुर्व्यवहार किया और उन पर पथराव किया। जब लोग नहीं माने, तो पुलिस ने अपने प्रशिक्षण के अनुसार, न्यूनतम बल प्रयोग करके भीड़ को तितर-बितर कर दिया… हम यह पता लगाने के लिए विस्तृत जाँच कर रहे हैं कि इसमें सीधे तौर पर कौन शामिल था।” विरोध प्रदर्शन के परिणामों पर एसएसपी ने कहा, “उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी… गोलीबारी की भी सूचना मिली है… आह्वान करने, लोगों को इकट्ठा करने और पुलिस प्रशासन को गुमराह करने में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
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उत्तर प्रदेश के बरेली में जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन के दौरान लोगों के एक समूह ने पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और कई लोगों को हिरासत में लेना पड़ा। प्रदर्शनकारी आला हज़रत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रज़ा खान के आवास के बाहर इकट्ठा हुए थे और उनके हाथों में “आई लव मोहम्मद” लिखी तख्तियाँ थीं।