प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को डिजिटल माध्यम से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जम्मू के दूसरे चरण के बुनियादी ढांचे के कार्यों की आधारशिला रखी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि यह विकास 2016 में स्थापित भारत के तीसरी पीढ़ी के आईआईटी में से एक की क्षमता विस्तार की दिशा में एक बड़ा कदम है।
संस्थान परिसर में आयोजित समारोह में भाग लेने वाले केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने आईआईटी जम्मू को नवाचार और स्टार्ट-अप का उभरता हुआ केंद्र बताया।
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने कहा, “आईआईटी जम्मू अपनी स्थापना के समय से ही सरकार के लिए एक प्राथमिकता वाले संस्थान के रूप में उभरा है, जिसकी परिकल्पना क्षेत्र में एक प्रमुख तकनीकी संस्थान के लिए दीर्घकालिक आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए की गई थी।”
उन्होंने बताया कि पहले चरण का निर्माण कार्य, जिसमें शैक्षणिक ब्लॉक, व्याख्यान कक्ष, छात्रावास, भोजन सुविधाएं और उपयोगिता भवन शामिल हैं, पहले ही पूरा हो चुका है, जिससे संस्थान को अपने प्रारंभिक वर्षों में तेजी से विकास करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, “1,398 करोड़ रुपये की लागत से स्वीकृत दूसरे चरण के विस्तार में नए शैक्षणिक और आवासीय बुनियादी ढांचे, प्रयोगशालाएं और एक समर्पित अनुसंधान पार्क शामिल होंगे।