“आई लव मोहम्मद” विवाद को लेकर मचे बवाल के बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस ने इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव नफीस खान और उनके बेटे फरमान खान को 26 सितंबर को बरेली में हुए विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया। इसके साथ ही गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 81 हो गई है। पुलिस के अनुसार, फरमान आईएमसी का फेसबुक पेज संभालता था। बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि नफीस और उनके बेटे ने खुलासा किया है कि सभी लोग इस साजिश में शामिल थे।
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बरेली में 26 सितंबर को हुई हिंसा में कथित रूप से शामिल दो लोगों को बुधवार को सीबीगंज इलाके में पुलिस मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपी गोली लगने से घायल हो गए और फिलहाल पुलिस हिरासत में उनका इलाज चल रहा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अनुराग आर्य ने बताया कि दोनों आरोपी – इदरीस और इकबाल – मूल रूप से पड़ोसी शाहजहांपुर जिले के निवासी हैं तथा पिछले हफ्ते कोतवाली इलाके में हुई हिंसा में सक्रिय रूप से शामिल थे।
एसएसपी आर्य ने एएनआई को बताया, “डॉ. नफीस और उनके बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्होंने खुलासा किया है कि सभी लोग इस साजिश में शामिल थे और उन्होंने जानबूझकर अपील को फर्जी बताकर भ्रम पैदा किया ताकि भीड़ इकट्ठा हो सके। कुल 81 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।” बाद में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, एसएसपी आर्य ने बताया कि पथराव के एक मामले में आज आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। अब तक कुल 81 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। नफीस और उसके बेटे फरमान को कोतवाली थाने ने गिरफ्तार किया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिले में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू है।
एसएसपी आर्य ने कहा कि कल तक, पुलिस 73 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी। आज कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें दो पुलिस मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किए गए। इसके अलावा, कोतवाली थाने ने नफीस खान और उसके बेटे फरमान खान सहित छह अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया। कुल 81 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। सीसीटीवी और ड्रोन फुटेज का उपयोग करके, हमारी टीम भीड़ को उकसाने में शामिल लोगों की पहचान करने के लिए काम कर रही है। जिले में बीएनएस की धारा 144 और 163 लागू हैं।
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नफीस मौलाना तौकीर रजा का सहयोगी है, जिन्हें पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है क्योंकि वह पथराव मामले में मुख्य साजिशकर्ता के रूप में सामने आए थे। रजा फिलहाल न्यायिक हिरासत में हैं। आला हजरत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के घर के बाहर लोगों का एक समूह “आई लव मोहम्मद” के पोस्टर लिए हुए इकट्ठा हुआ था। जुमे की नमाज के बाद हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया।