कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को अपने कार्यकाल पूरा होने की अटकलों पर विराम लगाते हुए ज़ोर देकर कहा कि उनका इरादा पूरे पाँच साल का कार्यकाल पूरा करने का है। पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, लोग कहते रहते हैं कि नवंबर में ढाई साल पूरे हो जाएँगे। मैं कहना चाह रहा हूँ कि आलाकमान का जो भी फ़ैसला हो, हमें उसका पालन करना होगा। मैं अगले साल मैसूर दशहरा पर पुष्प अर्पित क्यों न करूँ? मुझे उम्मीद है कि मैं करूँगा। मैं इतने सालों से यही करता आ रहा हूँ। दशहरा का शुभारंभ पारंपरिक रूप से मैसूरु में चामुंडी पहाड़ियों के ऊपर स्थित चामुंडेश्वरी मंदिर के परिसर में मैसूरु और उसके राजघरानों की अधिष्ठात्री देवी चामुंडेश्वरी की मूर्ति पर पुष्प वर्षा करके किया जाता है।
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सिद्धारमैया ने अपने राजनीतिक सफर पर की गई भविष्यवाणियों और शंकाओं को याद करते हुए कहा, लोगों ने भविष्यवाणी की थी कि मैं दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बनूँगा, लेकिन मैं बन गया। कई लोगों ने कहा कि मेरी कार पर कौआ बैठना अपशकुन है और मैं मुख्यमंत्री नहीं बन पाऊँगा। उन्होंने यह भी कहा कि मैं बजट पेश नहीं करूँगा, लेकिन मैंने पेश किया। अपने अब तक के कार्यकाल पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि मैंने ढाई साल पूरे कर लिए हैं और अगले ढाई साल तक सत्ता में बना रहूंगा। मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के वफादार कांग्रेस विधायक डॉ. रंगनाथ द्वारा अपने सहयोगी के नेतृत्व की संभावनाओं का खुले तौर पर समर्थन करने के बाद आई है।
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डॉ. रंगनाथ ने कहा कि एक न एक दिन वह मुख्यमंत्री बनें, यही हम सबकी इच्छा है। मुझे विश्वास है कि वह एक दिन मुख्यमंत्री बनेंगे। मतदाता, पार्टी कार्यकर्ता और जनता, सभी उन्हें भविष्य में मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। विधायक ने उन्हें अपना राजनीतिक गुरु बताते हुए कहा कि डीके शिवकुमार हमारे राजनीतिक गुरु हैं। हमने उनसे सीखा है कि समाज की सेवा कैसे की जाती है, प्रशासन कैसे चलाया जाता है और अपने कार्यों से विकास कैसे लाया जाता है।