आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत ने पीओके को भारत का अभिन्न अंग बताते हुए इसे ‘भारत नाम के एक घर का एक कमरा’ कहा, जिसमें ‘अजनबी लोग घुस आए हैं।’ समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, मध्य प्रदेश के सतना में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि इस ‘कमरे को वापस लेना होगा।’
आरएसएस प्रमुख ने अपनी बात को एक दृष्टांत से समझाया। उन्होंने कहा, ‘पूरा भारत एक घर है, लेकिन किसी ने हमारे घर का एक कमरा हटा दिया है जहां मेरी मेज, कुर्सी और कपड़े रखे रहते थे। उन्होंने उस पर कब्जा कर लिया है। कल, मुझे उसे वापस लेना होगा।’ इस बयान पर दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाईं।
इसे भी पढ़ें: Darjeeling में भूस्खलन का कहर, 17 से ज्यादा मौतें, मलबे में दबे दर्जनों, PM-CM ने जताया दुख
भागवत ने अविभाजित भारत के विचार पर भी बल दिया। उन्होंने सभा में मौजूद सिंधी समुदाय के लोगों की ओर इशारा करते हुए कहा, ‘कई सिंधी भाई यहां बैठे हैं। मैं बहुत खुश हूं। वे पाकिस्तान नहीं गए; वे अविभाजित भारत गए। परिस्थितियों ने हमें उस घर से यहां भेजा है क्योंकि वह घर और यह घर अलग नहीं हैं।’
इसे भी पढ़ें: बारिश की मार झेल रहे किसानों से ‘जबरन वसूली’? पवार ने CM कोष पर उठाए सवाल
पीओके में पाकिस्तानी शासन के खिलाफ उग्र विरोध, 10 की मौत
आरएसएस प्रमुख की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब पीओके में स्थानीय लोग पाकिस्तानी शासन के खिलाफ व्यापक विद्रोह कर रहे हैं। आर्थिक राहत और राजनीतिक सुधारों की मांग को लेकर हजारों निवासी अवामी एक्शन कमेटी (एएसी) के बैनर तले विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।