मौसम विभाग ने रविवार को उत्तर बंगाल के दार्जिलिंग, कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिलों के कुछ हिस्सों के लिए ‘रेड’ अलर्ट जारी किया, जिसके तहत वहां अगले 24 घंटे में भारी से अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी दी गई है।
इसके अलावा, विभाग ने कलिम्पोंग के साथ-साथ दार्जिलिंग के अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने या गरज के साथ छींटे पड़ने की आशंका जताते हुए ‘येलो’ अलर्ट जारी किया।
पश्चिम बंगाल में मिरिक, दार्जिलिंग और आसपास के पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में कई बच्चों सहित कम से कम 20 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों अन्य घायल हो गए।
भूस्खलन के कारण बड़े पैमाने पर घर बह गए, सड़क संपर्क टूट गया, गांव अलग-थलग पड़ गए और सैकड़ों पर्यटक फंस गए।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “उत्तर बंगाल के सभी जिलों में ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ छींटे पड़ने की आशंका है।
वहीं, कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश (7-20 सेंटीमीटर), जबकि कूचबिहार, अलीपुरद्वार तथा दार्जिलिंग जिलों में एक या दो जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश (20 सेंटीमीटर) हो सकती है।”
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि शनिवार रात उत्तर बंगाल में 12 घंटे की अवधि में अचानक 300 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई, जिससे कम से कम सात जगहों पर बड़े पैमाने पर बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं दर्ज की गईं।
उन्होंने लिखा, “12 घंटे से लगातार भारी बारिश हो रही है। सात जगहों पर भूस्खलन हुआ है। मैं स्थिति पर कड़ी नजर रख रही हूं।”
ममता स्थिति का जायजा लेने के लिए छह अक्टूबर को उत्तर बंगाल का दौरा करने वाली हैं। उन्होंने उत्तर बंगाल में फंसे पर्यटकों को आश्वासन दिया कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि राज्य सरकार उन्हें सुरक्षित निकालने की व्यवस्था करेगी।