पुणे शहर पुलिस ने सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा-सपा) की नेता रोहिणी खडसे का बयान उनके पति डॉ. प्रांजल खेवलकर के खिलाफ कथित ड्रग्स पार्टी मामले में दर्ज किया। बाद में मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, रोहिणी ने कहा कि पुलिस ने उन्हें मामले से जुड़े कुछ बिंदुओं पर चर्चा करने के लिए बुलाया था। उन्होंने कहा कि मैंने मुझसे पूछे गए सवालों के जवाब दे दिए हैं… मामला अदालत में विचाराधीन है, इसलिए मीडिया के साथ विवरण साझा करना उचित नहीं होगा। हम पुलिस के साथ सहयोग कर रहे हैं। रोहिणी ने कहा कि उन्हें पूरा यकीन है कि उनके पति निर्दोष हैं और यह बात अदालत में साबित हो जाएगी। रोहिणी वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे की बेटी हैं।
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रोहिणी सोमवार सुबह पुणे पुलिस कमिश्नरेट स्थित क्राइम ब्रांच ऑफिस पहुँचीं। क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। पुलिस ने 25 जुलाई को तड़के करीब 3.20 बजे खराडी स्थित स्टेबर्ड एज़्योर सुइट बिल्डिंग के अपार्टमेंट नंबर 102 में छापेमारी के दौरान खेवलकर को चार पुरुषों और दो महिलाओं के साथ गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बताया कि मौके से 2.7 ग्राम कोकीन, 70 ग्राम मारिजुआना और दस मोबाइल फोन, दो कारें, एक हुक्का पॉट, शराब और बीयर की बोतलें समेत अन्य सामान जब्त किया गया, जिनकी कीमत 41,35,400 रुपये है। फोरेंसिक जांच में पुष्टि हुई कि खेवलकर ने कोई ड्रग्स नहीं लिया था। इस मामले में 25 सितंबर को एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी।
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खेवलकर ने अपने वकील के माध्यम से अदालत में दलील दी थी कि पुलिस ने इस मामले में ज़ब्त की गई प्रतिबंधित सामग्री “राजनीतिक” कारणों से रखी थी। वकील ने तर्क दिया था कि खेवलकर ने न तो ड्रग्स का सेवन किया था और न ही उनके पास से कोई ड्रग्स बरामद हुई थी, इसलिए उनके खिलाफ नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत लगाए गए आरोप झूठे हैं।