गाजा की तटवर्ती सड़क पर इंसानों का सैलाब उमड़ पड़ा है। 6 महीने की लगातार बमबारी और तबाही के बाद जब दोपहर 12 बजे युद्धविराम लागू हुआ, तो जैसे पूरा इलाका पहली बार चैन की सांस ले सका। हजारों फिलिस्तीनी अपने बच्चों और बचे-खुचे सामान के साथ खान यूनिस, नुसेरात और राफेह से होते हुए गाजा सिटी की ओर लौटे। शेख रदवान इलाके के लोगअपने घर पहुंचे तो उनकी आंखों में राहत और दर्द दोनों थे। उन्होंने कहा कि मेरे घर का सिर्फ निशान मिला है… पूरा मोहल्ला मलबे में दफन है।’ आसपास के मकान ढह चुके हैं, बिजली-पानी ठप है और सड़कें कब्रिस्तान सी लग रही हैं। इन सब के बीच इजरायली फोर्स ने पाकिस्तान के सीनेटर मुश्ताक अहमद को गिरफ्तार कर लिया है। जिससे इजरायल और पाकिस्तान आमने सामने आ सकते हैं।
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टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, इज़राइली बलों ने गाजा जा रहे ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला को रोक लिया और स्वीडिश जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थुनबर्ग सहित कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था। ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला, लगभग 50 छोटे जहाजों से बना है, जिसमें लगभग 500 लोग, राजनेता और कार्यकर्ता सवार हैं, और यह गाजा के घेरे में फंसे फ़िलिस्तीनियों के लिए प्रतीकात्मक मात्रा में मानवीय सहायता, मुख्यतः भोजन और दवाइयाँ, ले जा रहा है। यह फ्लोटिला पिछले महीने स्पेन से रवाना हुआ था, जिसका उद्देश्य गाजा पर इज़राइल की नाकाबंदी को तोड़ना और इज़राइल के सैन्य आक्रमण के कारण भुखमरी से तबाह हुए क्षेत्र में तत्काल मानवीय सहायता पहुँचाना था।
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हालांकि, इज़राइली विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कई जहाजों को रोक दिया गया है और उनके यात्रियों को एक इज़राइली बंदरगाह पर स्थानांतरित किया गया। मंत्रालय ने एक्स पर कहा कि हमास-सुमुद फ्लोटिला के कई जहाजों को पहले ही सुरक्षित रूप से रोक लिया गया है और उनके यात्रियों को एक इज़राइली बंदरगाह पर स्थानांतरित किया जा रहा है। ग्रेटा और उनके दोस्त सुरक्षित और स्वस्थ हैं।