दुर्गापुर बलात्कार मामले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की टिप्पणी पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने मीडिया के कुछ वर्गों पर उनकी टिप्पणियों पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया, जिन्हें पीड़िता को दोषी ठहराने के रूप में देखा गया है। रिजिजू ने एक्स पर लिखा, कल्पना कीजिए, अगर यह बयान किसी भाजपाई मुख्यमंत्री ने दिया होता! पूरा इको-सिस्टम और स्वघोषित उदार पत्रकार (वास्तव में अनुदार गिरोह) देश में असहनीय स्थिति पैदा कर देते। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित एक निजी मेडिकल कॉलेज की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ कथित सामूहिक बलात्कार के बाद ममता बनर्जी द्वारा पीड़िता के रात में कॉलेज परिसर से बाहर जाने पर सवाल उठाने के बाद राजनीतिक घमासान छिड़ गया है।
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उन्होंने कहा हम बंगाल में ऐसे मामलों को बहुत गंभीरता से लेते हैं। तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और जाँच जारी है। लेकिन छात्रा रात में कॉलेज परिसर से कैसे निकल सकती है? यह एक जंगली इलाका है। निजी मेडिकल कॉलेज को अपने छात्रों का ध्यान रखना चाहिए। ममता बनर्जी ने बाद में मीडिया पर उनके शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया। एएनआई के अनुसार, मुख्यमंत्री ने कहा कि मीडिया ने मेरे शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। आप मुझसे सवाल पूछते हैं, मैं उसका जवाब देती हूँ, और फिर आप उसे तोड़-मरोड़ कर पेश करते हैं। इस तरह की राजनीति मत कीजिए।
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भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महिलाओं की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाते हुए ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा, जबकि सत्तारूढ़ दल ने भाजपा पर इस घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने ममता बनर्जी को नारीत्व पर कलंक बताया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि बेशर्म ममता बनर्जी नारीत्व पर एक कलंक, एक मुख्यमंत्री होने के नाते तो और भी ज़्यादा…आरजी कर और संदेशखली के बाद, अब बलात्कार का यह भयावह मामला और न्याय के बजाय, वह पीड़िता को ही दोषी ठहरा रही हैं।