भुवनेश्वर पुलिस ने सोशल मीडिया के जरिए सांप्रदायिक नफरत फैलाने के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि साइबर अपराध पुलिस ने इस साल नौ अक्टूबर को एक व्यक्ति की तहरीर पर दर्ज मामले के सिलसिले में रविवार रात को अरशद अली (19) नामक आरोपी को गिरफ्तार किया।
पुलिस को दी गई तहरीर में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड और प्रसारित किया गया है जिसमें झूठी, निराधार, भड़काऊ, घृणा फैलाने वाली सामग्री है और उक्त पोस्ट से हिंसा भड़क सकती है तथा यह हिंदू भावनाओं का अपमान करते हुए सांप्रदायिक घृणा को बढ़ावा दे रही है और हिंसक धमकियों वाली है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि वीडियो में दिख रहे व्यक्तियों के अवैध कृत्य को सोशल मीडिया पर लाइव प्रसारित किया गया, जहां चार व्यक्ति एक-दूसरे के साथ वीडियो चैट कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि उनकी वीडियो चैट में धर्म के आधार पर नफरत को बढ़ावा दिया गया। इसमें धर्म या धार्मिक मान्यताओं का अपमान भी किया गया। पुलिस ने बताया कि उक्त लोगों ने सांप्रदायिक हिंसा को भी बढ़ावा दिया और वो कटक शहर में हुई हालिया हिंसा की घटना पर चर्चा कर रहे थे।
भुवनेश्वर-कटक के पुलिस आयुक्त एस देव दत्ता सिंह ने बताया कि शिकायत के आधार पर अली को 12 अक्टूबर की रात जगतसिंहपुर जिले के बिरधी पुलिस थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
सिंह ने कहा, जो लोग ऐसे संदेश भेज रहे हैं, वे भी उतने ही जिम्मेदार हैं, जितने ऐसे नफरत भरे भाषण देने वाले जिम्मेदार हैं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऐसे संदेश भेजने वाले व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
पुलिस आयुक्त ने कहा, मुझे उम्मीद है कि लोग सोशल मीडिया पर इस तरह के पोस्ट और संदेश फॉरवर्ड करने से बचेंगे।