जैसे ही ऐसा लग रहा था कि इज़राइल और हमास के बीच लड़ाई कम हो रही है, एक नया संघर्ष छिड़ गया – इस बार, सप्ताहांत में अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तान के बीच।अफ़ग़ानिस्तान और पाकिस्तानी सैनिकों के बीच 2,600 किलोमीटर लंबी डूरंड रेखा पर कई जगहों पर घातक गोलीबारी हुई है। दोनों पक्षों ने हाल के वर्षों में हुए सबसे भीषण सीमा संघर्षों में से एक में सीमा चौकियों पर कब्ज़ा करने और उन्हें नष्ट करने का दावा किया है।
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार, मंगलवार रात खैबर पख्तूनख्वा के कुर्रम जिले में सीमा पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों और अफगान तालिबान के बीच ताज़ा झड़पें हुईं।पाकिस्तान के सरकारी मीडिया ने बिना उकसावे के पहली गोलीबारी के लिए अफगान बलों को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने जवाबी गोलीबारी की और कई अफगान टैंकों और चौकियों को नुकसान पहुँचाया। दो पाकिस्तानी सुरक्षा अधिकारियों ने एपी को इस घटना की पुष्टि की। सरकारी प्रसारक पीटीवी न्यूज़ के अनुसार, “अफगान तालिबान और फितना अल-खवारिज ने कुर्रम में बिना उकसावे के गोलीबारी की। पाकिस्तानी सेना ने पूरी ताकत और तीव्रता से जवाब दिया।”
पाकिस्तानऔर अफगानिस्तान के सैनिकों के बीच उत्तर-पश्चिमी सीमा क्षेत्र में फिर गोलीबारी
पाकिस्तान की सरकारी मीडिया ने अपनी खबर में अफगानिस्तान के सैनिकों पर ‘‘बिना उकसावे के गोलीबारी’’ करने का आरोप लगाया और कहा कि गोलीबारी के बाद जवाबी कार्रवाई की गई।
‘पाकिस्तान टीवी’ में प्रसारित खबर और दो सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार पाकिस्तानी सेना ने जवाबी कार्रवाई की जिससे अफगान टैंकों और सैन्य चौकियों को नुकसान पहुंचा।
अफगनिस्तान के खोस्त प्रांत के पुलिस उप प्रवक्ता ताहिर अहरार ने झड़पों की पुष्टि की लेकिन कोई और जानकारी नहीं दी। इस सप्ताह दोनों ओर से गोलीबारी की यह दूसरी घटना है।
पाकिस्तान की सरकारी मीडिया के अनुसार अफगानिस्तान की सेना और पाकिस्तानी तालिबान ने संयुक्त रूप से ‘‘बिना उकसावे के’’ एक पाकिस्तानी चौकी पर गोलीबारी की जिसके बाद खैबर पख़्तूनख़्वा प्रांत के कुर्रम ज़िले में पाकिस्तानी सैनिकों ने करार जवाब दिया।
सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने पाकिस्तानी तालिबान के एक विशाल प्रशिक्षण केंद्र को भी नष्ट कर दिया।
पाकिस्तानी सेना ने फिलहाल इस घटना पर टिप्पणी नहीं की है। शनिवार को दोनों पक्षों के बीच कई सीमावर्ती क्षेत्रों में गोलीबारी हुई थी जिससे दोनों पक्षों के दर्जनों लोग हताहत हुए थे। इसके बाद से ही सेना अलर्ट पर है। हालांकि सऊदी अरब और कतर की अपील के बाद रविवार को झड़पें रुक गईं थीं लेकिन पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच सभी सीमाएं बंद हैं।
टीटीपी की मौजूदगी को लेकर लंबे समय से तनाव
पाकिस्तान ने पहले भी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान या टीटीपी के ठिकानों पर सीमा पार हमले करने की बात स्वीकार की है। टीटीपी अफ़ग़ान तालिबान से अलग लेकिन उससे घनिष्ठ रूप से जुड़ा एक समूह है। इस्लामाबाद, अफ़ग़ानिस्तान की ज़मीन से इस समूह को स्वतंत्र रूप से काम करने देने के लिए काबुल पर आरोप लगाता है।
हालाँकि, काबुल इन आरोपों से इनकार करता है और ज़ोर देकर कहता है कि अफ़ग़ानिस्तान की धरती का इस्तेमाल किसी भी पड़ोसी देश के ख़िलाफ़ नहीं किया जा रहा है।