बिहार चुनावों के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर महागठबंधन में गतिरोध के बीच, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के साथ गुरुवार को दिल्ली में राहुल गांधी सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बातचीत के बाद एक सफलता मिलती दिख रही है। इंडिया टीवी पर छपी खबर के अनुसार उनके सूत्रों के अनुसार, सहनी की पार्टी 15 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और अगले महीने होने वाले चुनावों में गठबंधन के सत्ता में आने पर उन्हें उपमुख्यमंत्री पद देने का वादा किया गया है। गुरुवार को तनाव चरम पर पहुँच गया जब सहनी की वीआईपी ने गठबंधन छोड़ने की संभावना जताई, जिसके बाद दिल्ली और पटना में नेताओं के बीच कई आपात कॉल हुईं। गुरुवार को तनाव चरम पर पहुंच गया जब सहनी की वीआईपी ने गठबंधन छोड़ने की संभावना का संकेत दिया, जिसके बाद दिल्ली और पटना में नेताओं के बीच कई बार तत्काल बातचीत हुई।
इसे भी पढ़ें: आयुष्मान भारत योजना के तहत 2018 से अब तक 9.19 करोड़ से अधिक मरीज अस्पताल में भर्ती हुए
सीट बंटवारे को लेकर कई दिन की बातचीत के बाद मुकेश सहनी की अगुवाई वाली विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) बृहस्पतिवार को ‘महागठबंधन’ से लगभग अलग हो गई थी, लेकिन शीर्ष नेताओं के हस्तक्षेप के बाद उसे रोक लिया गया। एक सूत्र ने यह जानकारी दी। सूत्र ने बताया कि सहनी ‘महागठबंधन’ में उचित स्थान न दिए जाने से नाराज थे और उन्होंने लगभग नाता तोड़ लिया था। उन्होंने बताया कि पिछले दो दिन में वीआईपी और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के बीच कोई बातचीत नहीं हुई है।
सूत्र ने बताया कि सहनी ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी लेनिनवादी) लिबरेशन के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य से संपर्क किया। भट्टाचार्य ने इसके बाद लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से इस मुद्दे पर संपर्क किया और इस बात पर जोर दिया कि वीआईपी को समायोजित किया जाना चाहिए। सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने इस मामले पर राजद के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा की और सहनी से भी बात की। उन्होंने कहा कि इस हस्तक्षेप के बाद वीआईपी प्रमुख ने राहुल गांधी को पत्र लिखकर ‘महागठबंधन’ में बने रहने की प्रतिबद्धता जताई। पत्र में वीआईपी प्रमुख ने कहा कि उन्हें निश्चित संख्या में सीट दिए जाने का आश्वासन दिया गया था, जो पूरा नहीं किया गया।
इसे भी पढ़ें: तेलंगाना: दो से अधिक बच्चे वालों को चुनाव लड़ने के अयोग्य ठहराने वाला नियम हटाने का फैसला
सूत्र के मुताबिक, उन्होंने कहा कि संख्या मायने नहीं रखती, क्योंकि वे विचारधारा के कारण गठबंधन का हिस्सा हैं और सांप्रदायिक तथा विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। सहनी बिहार में निषाद समुदाय के नेता हैं, जो राज्य की आबादी का लगभग 2.5 प्रतिशत है।
बिहार चुनाव 2025
बिहार में दो चरणों में मतदान होगा, जिसके लिए 6 नवंबर और 11 नवंबर को मतदान होगा और 243 विधानसभा सदस्यों का चुनाव होगा। मतगणना और परिणाम की घोषणा 14 नवंबर को होगी।