दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके ने पूरे देश को दहला दिया है। सोमवार रात हुए इस विस्फोट में आठ लोगों की मौत और करीब 20 के घायल होने की पुष्टि हुई है। मौजूद जानकारी के अनुसार, कई गाड़ियां जलकर खाक हो गईं और आसपास के क्षेत्र में दहशत फैल गई है।
गृह मंत्री अमित शाह ने घटना को गंभीर बताते हुए जांच एजेंसियों को हर पहलू से जांच करने के निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस ने मामले की जांच एनआईए और एनएसजी के साथ मिलकर शुरू कर दी है। मौके से विस्फोटक सामग्री के कुछ नमूने बरामद किए गए हैं, जिन्हें जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है।
बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। वह इस समय अंगोला के दौरे पर हैं और वहीं से उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से फोन पर बात की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो इस समय भूटान के दौरे पर हैं, ने भी वहां आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि “इस हमले के पीछे जो भी साजिश रची गई है, उसे पूरी तरह उजागर किया जाएगा।”
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक ने भी भारत के लिए प्रार्थना की और पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। चीन, श्रीलंका, मालदीव और नेपाल ने भी भारत के प्रति एकजुटता जताते हुए पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है।
वहीं, कांग्रेस पार्टी ने सरकार से स्पष्ट जानकारी देने की मांग की है। पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि “अठारह घंटे बीत जाने के बाद भी न तो सरकार, न गृह मंत्रालय और न ही दिल्ली पुलिस ने यह बताया है कि आखिर ये धमाका क्यों हुआ। लोगों के मन में डर और सवाल हैं जिनका जवाब मिलना जरूरी है।”
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, धमाका इतना तेज था कि आसपास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं और कई लोग घायल हो गए। सुरक्षा एजेंसियां फिलहाल यह पता लगाने में जुटी हैं कि यह आतंकी हमला था या कोई तकनीकी विस्फोट।
गृह मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि जांच में कई संभावनाओं की पड़ताल की जा रही है। एनआईए, एनएसजी और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा मिलकर सबूत जुटा रही हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह हादसा था या किसी आतंकी साजिश का हिस्सा।
फिलहाल पूरे दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और जांच एजेंसियां इस विस्फोट की पूरी सच्चाई का पता लगाने में लगी हैं। सरकार ने नागरिकों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।

