महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एवं सत्तारूढ़ राकांपा प्रमुख अजित पवार ने मंगलवार को कहा कि विकास और कल्याणकारी राजनीति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के कारण लोग उनकी पार्टी में विश्वास बनाए हुए हैं।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता पवार ने कहा, “हमने कभी सत्ता का दुरुपयोग नहीं किया और न ही कभी अहंकार किया। सत्ता का दुरुपयोग ज़्यादा दिन नहीं चलता। जनता हमें आठ लाख वोटों से इसलिए चुनती है क्योंकि हम उनके लिए ईमानदारी से काम करते हैं। जनता और हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं की बदौलत ही हम लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं।”
वह मुंबई के महिला विकास मंडल हॉल में आयोजित एक समारोह में बोल रहे थे, जहां आष्टी निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व भाजपा विधायक भीमराव धोंडे अपने कई समर्थकों के साथ राकांपा में शामिल हो गए।
धोंडे और अन्य नए सदस्यों का स्वागत करते हुए पवार ने कहा कि पार्टी उन सभी को पूरा समर्थन देगी और सम्मान देगी जो लोगों के लिए काम करने के इरादे से पार्टी में शामिल होंगे।
उन्होंने कहा, “केवल राजनीति से हमारा काम नहीं चलेगा। सुनिश्चित करें कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा शुरू की गई योजनाएं गरीबों तक पहुंचें। उनके चेहरों पर संतुष्टि झलकनी चाहिए।”
पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं को गलत कामों के प्रति आगाह करते हुए कहा, “मैं अच्छा काम करने वालों को पूरा समर्थन दूंगा। लेकिन अगर कोई गलत काम करता है और संरक्षण की उम्मीद करता है, तो ऐसा नहीं होगा। सहनशीलता की सीमा समाप्त हो गई है, इसलिए इससे अलग उम्मीद न करें।”
पिछले सप्ताह, पुणे में अजित पवार के बेटे पार्थ से जुड़ी एक कंपनी से संबंधित 300 करोड़ रुपये का भूमि सौदा अनियमितताओं के आरोपों में घिर गया और राजनीतिक विवाद पैदा हो गया, जिसके बाद राज्य सरकार ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया और एक उप-पंजीयक को निलंबित कर दिया।
विपक्षी नेताओं ने आरोप लगाया कि 40 एकड़ भूमि का बाजार मूल्य 1,800 करोड़ रुपये है।

