लाल किला विस्फोट मामले की जांच में एजेंसियों को बड़ी सफलता मिली है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में यह सामने आया है कि विस्फोट से पहले लाल किला मेट्रो स्टेशन के आसपास की कई बार टोह ली गई थी और योजना को बेहद सटीकता से अंजाम देने की साजिश रची गई थी।जांचकर्ताओं ने खुलासा किया है कि इस आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) से जुड़े कुछ चिकित्सा पेशेवरों के नेटवर्क का हाथ था। इस नेटवर्क के ज़रिए न केवल फंडिंग और लॉजिस्टिक सहायता मिली, बल्कि हमले की पूरी रणनीति भी तैयार की गई।दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के पास हुए इस कार विस्फोट में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए थे। जांच एजेंसियां अब इस नेटवर्क की गहराई से पड़ताल कर रही हैं ताकि इसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन और अन्य संभावित साजिशों का भी पता लगाया जा सके।

