राष्ट्रीय राजधानी में गुरुवार को दिनभर घना कोहरा छाया रहा, जबकि वायु गुणवत्ता लगातार तीसरे दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा जारी सुबह के बुलेटिन के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 404 दर्ज किया गया।
सीपीसीबी के मुताबिक, 37 निगरानी केंद्रों में से 27 ने एक्यूआई का स्तर ‘गंभीर’ श्रेणी में बताया, जिनमें बुराड़ी (433), चांदनी चौक (455), आनंद विहार (431), मुंडका (438), पूसा (302), बवाना (460) और वजीरपुर (452) शामिल हैं।
‘गंभीर’ श्रेणी प्रदूषण के उस स्तर को दर्शाती है, जो स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और पहले से बीमार लोगों पर गंभीर रूप से प्रभाव डाल सकता है।
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शहर में इस मौसम में पहली बार ‘गंभीर’ एक्यूआई मंगलवार को दर्ज किया गया था। मंगलवार को एक्यूआई 428 रहा था, जो दिसंबर 2024 के बाद से पहली बार इस स्तर पर पहुंचा था।
सीपीसीबी वर्गीकरण के अनुसार, शून्य से 50 के बीच का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘‘अच्छा’’, 51 से 100 के बीच ‘‘संतोषजनक’’, 101 से 200 के बीच ‘‘मध्यम’’, 201 से 300 के बीच ‘‘खराब’’, 301 से 400 के बीच ‘‘बेहद खराब’’ और 401 से 500 के बीच ‘‘गंभीर’’ माना जाता है।
न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.9 डिग्री कम 10.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है।
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दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने आनंद विहार आईएसबीटी के आसपास वायु प्रदूषण कम करने के उपायों की निगरानी के लिए एक समर्पित अंतर-विभागीय टीम का गठन किया है। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इन टीमों में एमसीडी, दिल्ली पुलिस और यातायात पुलिस के अधिकारी शामिल होंगे। ये टीमें परिवहन विभाग के साथ मिलकर काम करेंगी। एचटी ( Hindustan Times) से बात करते हुए एमसीडी के एक अधिकारी ने बताया कि आनंद विहार आईएसबीटी क्षेत्र को इसलिए चुना गया क्योंकि यह लंबे समय से प्रदूषण का केंद्र रहा है।

