केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने घोषणा की है कि भारत अगले साल नई दिल्ली में वैश्विक बिग कैट्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। कल ब्राज़ील में अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस (आईबीसीए) पर उच्च-स्तरीय मंत्रिस्तरीय खंड को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि बिग कैट परिदृश्यों का संरक्षण सीधे तौर पर कार्बन पृथक्करण, जलग्रहण संरक्षण, आपदा जोखिम न्यूनीकरण, जलवायु अनुकूलन और स्थायी आजीविका को मजबूत करता है। मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि देश ने लक्ष्य समय से पहले ही अपनी बाघों की आबादी दोगुनी कर ली है और एशियाई शेरों की आबादी में अच्छी वृद्धि जारी है।
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उन्होंने बिग कैट रेंज के सभी देशों और जैव विविधता एवं जलवायु सुरक्षा को महत्व देने वाले सभी देशों को आईबीसीए में लाने की देश की महत्वाकांक्षा को भी रेखांकित किया। इसके अलावा, यादव ने सभी देशों से आईबीसीए में शामिल होने और वैश्विक संरक्षण साझेदारी को मजबूत करने का आह्वान किया।
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क्या है बिग कैट्स
बिग कैट्स”से तात्पर्य बिल्ली परिवार के कुछ बड़े सदस्यों से है, जिनमें मुख्य रूप से बाघ, शेर, तेंदुआ, हिम तेंदुआ, चीता, जगुआर और प्यूमा शामिल हैं। इन बिल्लियों के संरक्षण के लिए भारत ने अप्रैल 2023 में अंतर्राष्ट्रीय बिग कैट अलायंस की शुरुआत की थी, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है। इस पहल का उद्देश्य इन प्रजातियों के संरक्षण के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना है।

