पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री की बहनों के साथ रावलपिंडी की अदियाला जेल के बाहर पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने का आरोप लगा है। इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने दावा किया कि अलीमा खान, नोरीन नियाजी और डॉ. उजमा खान मंगलवार देर रात खान से मिलने पहुंची थीं, लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया और पुलिस ने उन्हें हिंसक तरीके से हिरासत में ले लिया। पीटीआई ने बताया कि तीनों बहनें जेल के बाहर ‘शांति से बैठी’ थीं, तभी महिला पुलिसकर्मियों ने उनके साथ धक्का-मुक्की, बाल खींचने और जमीन पर गिराने जैसी हरकतें कीं। नोरीन ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आया कि अचानक क्या हुआ, जबकि अलीमा का आरोप है कि पुलिस उन्हें सड़क पर घसीट रही थी। पार्टी के अनुसार, मुलाकात का कोर्ट द्वारा तय हक अब इमरान खान के परिवार और समर्थकों के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न का जरिया बन गया है।
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उन्होंने कहा कि परिवार अपने भाई के लिए जेल के बाहर खड़ा रहेगा और याद दिलाया कि 4 अगस्त, 2023 को इमरान को देश छोड़ने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने जवाब दिया मैं अपना देश नहीं छोड़ूँगा। उन्होंने कहा कि इमरान ने बिना कोई व्यक्तिगत माँग किए 500 दिनों तक चले मुकदमे का सामना किया। पीटीआई के केंद्रीय सूचना सचिव शेख वकास अकरम ने इमरान की बहनों के खिलाफ इस्तेमाल की गई दबाव और मनमानी रणनीति की निंदा की। उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्रवाइयों से पार्टी का संकल्प कमज़ोर नहीं होगा और पीटीआई वास्तविक स्वतंत्रता, सच्चे लोकतंत्र, संवैधानिक सर्वोच्चता और न्यायिक स्वतंत्रता के लिए प्रयास करती रहेगी। नोरीन ने संकल्प लिया कि राष्ट्र 9 मई और 26 नवंबर की त्रासदियों को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने निर्दोष लोगों की ज़िंदगी से खिलवाड़ किया है, उन्हें कभी शांति नहीं मिलेगी और सोशल मीडिया पर भारी दबाव के बावजूद सच्चाई उजागर करने वालों का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने आगे कहा कि उत्पीड़न के हर कृत्य का हिसाब लिया जाएगा।
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अपना अनुभव बताते हुए, नोरीन ने कहा कि मुझे अभी भी नहीं पता कि जिस महिला ने मुझे पकड़ा था, उसे वे कहाँ ले गए। उसने मेरे बाल खींचे, मुझे ज़मीन पर पटक दिया और मुझे घसीटकर सड़क पार ले गई। उन्होंने कहा कि उनका बेटा हसन नियाज़ी अभी भी जेल में है, लेकिन “जेल के बाहर का उत्पीड़न और भी भयावह है। उज़मा ने इमरान के स्वास्थ्य को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें दो हफ़्तों से एकांत कारावास में रखा गया है। उन्होंने कहा, “कल, हमने बस उनकी कुशलक्षेम सुनिश्चित करने के लिए उनसे मिलने की अनुमति मांगी थी। उन्होंने आगे कहा कि इमरान ने देश को तैयार रहने को कहा है क्योंकि आज़ादी या मौत में से एक चुनने का समय आ गया है। अगर वे हमें पीटना चाहते हैं, तो मारने दीजिए। अगर वे हमें जेल में डालना चाहते हैं, तो डालने दीजिए। हम डरते नहीं हैं। एमडब्ल्यूएम अध्यक्ष अब्बास ने महिलाओं के साथ हुए इस व्यवहार को अक्षम्य राष्ट्रीय अपमान करार देते हुए कहा कि उनके साथ दुर्व्यवहार और हिजाब छीनना सांस्कृतिक, नैतिक और कानूनी मानदंडों का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि पीटीआई संस्थापक ने कौन सा अपराध किया है? उनका एकमात्र ‘अपराध’ सच बोलना और लोगों के साथ निडरता से खड़ा होना है।

