Friday, December 26, 2025
spot_img
Homeअंतरराष्ट्रीयकनाडा में मृत भारतीय छात्र पर विदेश मंत्रालय का बयान, परिवार के...

कनाडा में मृत भारतीय छात्र पर विदेश मंत्रालय का बयान, परिवार के संपर्क में हैं, मौत के कारणों का लगाया जाएगा पता

कनाडा में मृत भारतीय छात्र के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि हम उनके परिवार के संपर्क में हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। हम स्थानीय अधिकारियों से भी संपर्क में हैं ताकि मृत्यु के कारणों का पता लगाया जा सके… हमारा दूतावास परिवार को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। कनाडा के एडमंटन शहर के एक अस्पताल में भारतीय मूल के 44 वर्षीय प्रशांत श्रीकुमार की मौत उस वक्त हो गई, जब वह अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज के इंतजार में घंटों तक दर्द से कराहते रहे।
प्रशांत श्रीकुमार को 22 दिसंबर को काम के दौरान सीने में तेज दर्द महसूस हुआ था।

इसे भी पढ़ें: Toronto Indian Student Shot Dead | कनाडा टोरंटो यूनिवर्सिटी के पास अंधाधुंध फायरिंग, 20 साल के भारतीय छात्र शिवांक अवस्थी की हत्या

इसमें बताया गया कि उन्हें दक्षिण-पूर्वी एडमोंटन के ग्रे नन्स अस्पताल ले जाया गया, जहां प्रारंभिक जांच के बाद प्रशांत प्रतीक्षा कक्ष में बैठ गए। बाद में उनके पिता कुमार श्रीकुमार भी जल्द ही वहां पहुंच गए। कुमार ने बताया कि उसने मुझसे कहा, पापा, मैं दर्द सहन नहीं कर पा रहा हूं।’ उसने अस्पताल कर्मियों को भी बताया कि उसे असहनीय दर्द हो रहा है। परिजनों के अनुसार, अस्पताल में प्रशांत का इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) किया गया था, लेकिन उन्हें बताया गया कि रिपोर्ट में कोई भी दिक्कत की बात सामने नहीं आई है और उन्हें इंतजार करने को कहा गया। उन्होंने बताया कि इस दौरान उनके बेटे को दर्द के लिए टाएलेनॉल दवा दी गई। कुमार ने बताया कि वह इंतज़ार करता रहा, नर्से थोड़े अंतराल पर प्रशांत का रक्तचाप जांचती रहीं। पिता ने बताया कि समय बीतने के साथ प्रशांत का रक्तचाप लगातार बढ़ता जा रहा था। कुमार ने बताया कि आठ घंटे से अधिक समय बीतने के बाद प्रशांत को उपचार के लिए बुलाया गया। बैठने के बाद 10 सेकंड ही बीते होंगे, उसने मुझे देखा, खड़ा हुआ, अपना हाथ सीने पर रखा और गिर पड़ा।

इसे भी पढ़ें: इस महिला ने ट्रंप से ऐसा क्या कहा? ठनका US प्रेसिडेंट का माथा, भारत पर दी तगड़ा टैरिफ ठोकने की धमकी

रिपोर्ट के अनुसार नर्सों ने चिकित्सकों को बुलाया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी, प्रत्यक्ष तौर पर हृदयाघात से उनकी मौत हो गई। प्रशांत के परिवार में पत्नी और तीन बच्चे हैं जिनकी उम्र तीन, 10 और 14 वर्ष है। कुमार ने कहा वह अपने परिवार, अपने बच्चों के लिए समर्पित था, वह बहुत अच्छा इंसान था। उससे बात करने वाला हर कोई कहता था कि उससे अच्छा इंसान उन्होंने नहीं देखा। पीड़ित परिवार और मित्र अब इस बात का जवाब मांग रहे हैं कि सीने में तेज दर्द वाले मरीज को इतने लंबे समय तक बिना इलाज के कैसे छोड़ा गया? अस्पताल का संचालन करने वाली संस्था कवेनेंट हेल्थ ने ग्लोबल न्यूज को भेजे एक ईमेल में गोपनीयता का हवाला देते हुए विशिष्ट टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि मुख्य चिकित्सा परीक्षक कार्यालय मामले को देख रहा है। संस्था ने कहा, हम मरीज के परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। हमारे लिए मरीजों और कर्मचारियों की सुरक्षा और देखभाल से अहम कुछ भी नहीं है। प्रशांत के परिवार ने कहा कि उन्हें हमेशा इस बात का दुख सताता रहेगा कि उसकी मृत्यु अस्पताल में दर्द से तड़पते हुए हुई और किसी चिकित्सक ने उसे देखा तक नहीं। कुमार ने कहा उन्होंने बेवजह मुझ से मेरा बेटा छीन लिया।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments