Monday, December 29, 2025
spot_img
Homeअंतरराष्ट्रीयजांच का खुलासा: अमेरिकी-जापानी-डच कंपनियों की चीन को चिप मशीनरी सप्लाई, राष्ट्रीय...

जांच का खुलासा: अमेरिकी-जापानी-डच कंपनियों की चीन को चिप मशीनरी सप्लाई, राष्ट्रीय सुरक्षा पर सवाल?

अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की चीनी कम्युनिस्ट पार्टी संबंधी चयन समिति (एससीसीसीपी) द्वारा की गई द्विदलीय जांच में यह खुलासा हुआ है कि संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान और नीदरलैंड की प्रमुख सेमीकंडक्टर विनिर्माण उपकरण (एसएमई) कंपनियों ने चीन के सेमीकंडक्टर उद्योग के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा हो गई हैं। एससीसीसीपी की एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, इस जांच में कई महीने लगे और इसका नेतृत्व चयन समिति के अध्यक्ष जॉन मूलनेर (रिपब्लिकन-मिशिगन) और रैंकिंग सदस्य राजा कृष्णमूर्ति (डेमोक्रेट-इलिनॉय) ने किया। जांच में पाया गया कि नीदरलैंड की एएसएमएल, जापान की टोक्यो इलेक्ट्रॉन (टीईएल) और अमेरिका स्थित एप्लाइड मैटेरियल्स, केएलए और लैम रिसर्च जैसी कंपनियों ने चीनी सरकारी स्वामित्व वाली और सैन्य-संबद्ध संस्थाओं को महत्वपूर्ण उपकरण बेचकर काफी राजस्व अर्जित किया है।

इसे भी पढ़ें: रूस-चीन की दोस्ती का नया पैंतरा! लावरोव बोले- ताइवान चीन का है, कोई भी स्वतंत्रता बर्दाश्त नहीं

एससीसीसीपी की विज्ञप्ति के अनुसार, अध्यक्ष मूलनेर ने कहा कि ये कंपनियां उन उपकरणों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करती हैं जिनका उपयोग चीन अपनी सैन्य महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने के लिए कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि ये कंपनियां अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा की कीमत पर अपना मुनाफा बढ़ा रही हैं, और कहा कि इस तरह के उपकरणों के हस्तांतरण की अनुमति देने से अमेरिका वैश्विक प्रौद्योगिकी हथियारों की होड़ में पिछड़ सकता है। रैंकिंग सदस्य कृष्णमूर्ति ने कहा कि चीन को न केवल उन्नत चिप्स बल्कि उन्हें घरेलू स्तर पर बनाने के लिए आवश्यक मशीनरी बेचना तर्कहीन है। विज्ञप्ति के अनुसार, उन्होंने कहा, “यह द्विदलीय जांच बताती है कि डच, जापानी और अमेरिकी कंपनियों द्वारा की गई इन बिक्री का पैमाना हमारी अपेक्षा से कहीं अधिक व्यापक है।

इसे भी पढ़ें: ताइवान की ताकत ही शांति की गारंटी: राष्ट्रपति विलियम लाई का चीन को दो टूक, ‘हमलावर पर भारी पड़ेंगे’

समिति ने 2024 के राजस्व के चौंकाने वाले आंकड़ों पर प्रकाश डाला, जिसमें बताया गया कि TEL को अपने राजस्व का 44 प्रतिशत चीन से प्राप्त हुआ, जबकि Lam Research को 42 प्रतिशत, KLA को 41 प्रतिशत और ASML तथा Applied Materials को अपने राजस्व का 36 प्रतिशत चीनी ग्राहकों से प्राप्त हुआ, जैसा कि SCCCP की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है। जांच में यह भी पाया गया कि लघु एवं मध्यम उद्यम (SME) कंपनियां चीन की सेना और खुफिया तंत्र से जुड़े ज्ञात संस्थाओं को बिक्री जारी रखे हुए थीं। समिति ने कहा कि अमेरिकी सरकार द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा घोषित की गई पांच कंपनियों को SME निर्माताओं के शीर्ष ग्राहकों के रूप में पहचाना गया, जिनमें Huawei से जुड़ी कंपनियां भी शामिल हैं।
RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments