केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री (डीओएनईआर) ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को देहरादून में त्रिपुरा के छात्रों एंजेल चकमा और माइकल पर हुए क्रूर हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया और इस घटना को “मानवता और संवेदनशीलता पर एक गंभीर आघात बताया। एक्स पर साझा किए गए एक पोस्ट में सिंधिया ने कहा देहरादून में त्रिपुरा के एंजेल चकमा और माइकल के साथ हुई अमानवीय घटना ने मुझे गहराई से व्यथित और स्तब्ध किया है।यह केवल एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि मानवता और संवेदनशीलता पर गहरा आघात है।
इसे भी पढ़ें: कर्नाटक के अथानी में ‘वीर शिवाजी महाराज’ की 25 फीट की प्रतिमा स्थापित, Jyotiraditya Scindia ने किया अनावरण
मैं पीड़ितों के परिवार के असहनीय दुख को समझता हूँ और इस कठिन घड़ी में उनके साथ खड़ा हूँ।इस गंभीर प्रकरण को लेकर मैंने उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी से विस्तार से संवाद किया और दृढ़ता के साथ आग्रह किया है कि इस मामले की निष्पक्ष, त्वरित और कठोरतम जांच सुनिश्चित की जाए तथा दोषियों को कानून के दायरे में लाकर उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाई जाए, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और समाज में यह स्पष्ट संदेश जाए कि ऐसे अपराधों के लिए कोई स्थान नहीं है। साथ ही, त्रिपुरा के माननीय मुख्यमंत्री मानिक साहा जी से इस विषय पर संवाद करते हुए स्पष्ट किया कि इस कठिन समय में केंद्र सरकार प्रदेश के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है। मानव गरिमा के विरुद्ध ऐसे अपराध हमारे समाज और संविधान दोनों के मूल्यों पर सीधा प्रहार हैं, जिन्हें किसी भी परिस्थिति में स्वीकार नहीं किया जा सकता है।
इसे भी पढ़ें: स्टारलिंक वाइस प्रेसिडेंट लॉरेन ड्रेयर ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से की मुलाकात, सैटेलाइट-आधारित लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को बढ़ाने पर हुई चर्चा
इससे पहले, 9 दिसंबर को देहरादून में एमबीए छात्र अंजेल चकमा पर बदमाशों के एक समूह ने चाकू और अन्य धारदार वस्तुओं से हमला किया था, जिसके बाद अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना के संबंध में पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें से दो आरोपी नाबालिग हैं और उन्हें किशोर सुधार गृह भेज दिया गया है। पुलिस फरार आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है, जिस पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, फरार आरोपी की तलाश में एक पुलिस दल को नेपाल भी भेजा गया है।

