श्रीनगर: धरती का स्वर्ग माना जाने वाला कश्मीर मौसम में बड़े बदलाव के कारण अपनी चमक खो रहा है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार जनवरी में बारिश में कमी आई और कश्मीर में दिन का तापमान सामान्य से 6 डिग्री अधिक दर्ज किया गया।
कश्मीर घाटी में सर्दियों का मौसम हमेशा ही बर्फ से ढकी पर्वत श्रृंखलाओं और ठंड के मौसम में शून्य से नीचे के तापमान को देखने के लिए पर्यटकों के उमड़ने का समय होता है।
हालाँकि, इस बार जनवरी में बहुत कम बर्फबारी हुई है। आईएमडी विभाग के अनुसार, बारिश में 75 प्रतिशत की कमी और दिन के तापमान में 6 डिग्री की वृद्धि भविष्य के लिए खतरा पैदा करती है।
आईएमडी कश्मीर के निदेशक मुख्तार अहमद के अनुसार, हमारे क्षेत्र में ठंड का मौसम दिसंबर में शुरू होता है। बर्फबारी में कमी का असर अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा, क्योंकि राज्य की पूरी अर्थव्यवस्था बर्फ पर निर्भर है।
इसका ग्लेशियर पुनर्भरण, भूजल पुनर्भरण और कृषि पर प्रभाव पड़ेगा। घरेलू पानी के लिए भी बर्फ का होना बहुत जरूरी है। दिन का तापमान सामान्य से 6 से 8 डिग्री अधिक रहा और इसमें वृद्धि जारी है।
बर्फबारी में कमी के कारण झेलम नदी समेत कई जलाशयों का जलस्तर कम हो गया है।