मुंबई – मुंबई महानगरपालिका का 74,427.41 करोड़ रुपए का बजट आज महानगरपालिका आयुक्त एवं प्रशासक भूषण गगरानी ने पेश किया। बजट में 60.65 करोड़ रुपये का अधिशेष दर्शाया गया है। हालांकि, बजट में उत्तरी उपनगरों में तटीय सड़क, मुलुंड-गोरेगांव लिंक रोड और ऑरेंज गेट मरीन ड्राइव लिंक रोड सहित बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर जोर दिया गया है और इसके लिए नगर निगम जमा से निकासी का भी प्रावधान किया गया है। आगामी महीनों में होने वाले नगरपालिका चुनावों के कारण, नागरिकों पर कोई नया कर नहीं लगाया गया है और न ही मौजूदा करों में कोई वृद्धि प्रस्तावित की गई है। हालाँकि, मलिन बस्तियों में व्यावसायिक गतिविधियाँ संचालित होने पर संपत्ति कर लगाने का प्रस्ताव किया गया है। बजट में शहरी नागरिकों के लिए सबसे विवादास्पद प्रस्ताव घर-घर जाकर कचरा संग्रहण के लिए अलग से शुल्क वसूलने का है। हालांकि, इस बात पर कानूनी राय ली जाएगी कि क्या नगर पालिका यह प्रभार ले सकती है और उसके बाद इसे लागू किया जाएगा।
पिछले तीन वर्षों से नगर पालिका में कोई चुनाव नहीं हुआ है। इसलिए, यह प्रशासक द्वारा प्रस्तुत तीसरा बजट है। यह बजट स्पष्टतः राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन के राजनीतिक हितों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
नगर निगम ने बजट तैयार करते समय मुंबई के लोगों से सुझाव मांगे थे। आयुक्त ने दावा किया कि प्राप्त 2,300 से अधिक सुझावों में से अनेक पर विचार किया गया है।
पिछले साल 65,180.79 करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया था। इस बार 200 रु. 74,427.41 करोड़ रुपए का बजट पेश किया गया है। इस प्रकार बजट का आकार 14.19 प्रतिशत बढ़ गया है। अरे, पिछले साल की तुलना में 9246.62 रुपये अधिक का बजट पेश किया गया है।
प्रस्तावित रु. 74427.47 करोड़ का बजट, जिसमें से 58 प्रतिशत विभिन्न विकास कार्यों के लिए है, यानि रु. पूंजीगत व्यय के लिए 43162.23 करोड़ रुपए आबंटित किए गए हैं। जबकि 42 प्रतिशत यानि 31,268.18 करोड़ रुपये प्रशासनिक व्यय पर खर्च किये जायेंगे।
नगर पालिका की राजस्व आय रु. 43,959.40 करोड़ रु. जिसमें सरकार को जीएसटी के कारण 100 करोड़ रुपये का हर्जाना देना है। विकास योजना से 14,398.16 करोड़ रु. 9700.00 करोड़, संपत्ति कर रु. 5200 करोड़, जल एवं सीवरेज कर रु. 2363.15 करोड़, सावधि जमा पर ब्याज रु. 2283.89 करोड़, पर्यवेक्षण प्रभार रु. 2130.17 करोड़, राज्य सरकार अनुदान रु. 1325.07 करोड़ रुपये, सड़कों और पुलों से। 532.43 करोड़, अग्निशमन विभाग से रु. 759.98 करोड़, अस्पतालों और कॉलेजों से रु. 396.04 करोड़ रुपये, लाइसेंस के माध्यम से। 362.00 करोड़ रुपये और अन्य आय रु. नगर आयुक्त ने बताया कि 4509.31 करोड़ रुपए प्राप्त होंगे।
मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि यह बजट मुंबई के नागरिकों के सपनों और उम्मीदों को दर्शाता है। संपत्ति कर और जल कर में कोई वृद्धि प्रस्तावित नहीं की गई है।
नगर पालिका ने वित्तीय वर्ष 2025-26 से झुग्गी-झोपड़ियों में संचालित व्यावसायिक झोंपड़ियों पर संपत्ति कर लगाने का निर्णय लिया है। जिससे 350 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।
गगरानी ने आगे कहा कि 2017-18 से नगरपालिका ने लगातार अपने राजस्व व्यय को 75 प्रतिशत से घटाकर 42 प्रतिशत कर दिया है। जबकि विभिन्न विकासों पर पूंजीगत व्यय को पच्चीस प्रतिशत से बढ़ाकर 58 प्रतिशत कर दिया गया है।