विपक्षी कांग्रेस ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा पर पंजाब पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर तीखा हमला किया और दोनों पार्टियों पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया। बुधवार देर रात पंजाब पुलिस ने हरियाणा-पंजाब सीमा से प्रदर्शनकारी किसानों को हटाने के लिए बल प्रयोग किया। उन्होंने जगजीत सिंह दल्लेवाल और किसान मजदूर मोर्चा के प्रमुख सरवन सिंह पंधेर समेत किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया।
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पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया देते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता और सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि कल रात, जब किसान गहरी नींद में सो रहे थे, 3,000-4,000 सशस्त्र पुलिसकर्मियों ने उन्हें (हरियाणा-पंजाब शंभू सीमा से) हटाने के लिए बल और बुलडोजर का इस्तेमाल किया, और भूख हड़ताल पर बैठे बुजुर्ग दल्लेवाल को भी नहीं बख्शा। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि आप और भाजपा किसान विरोधी हैं और यह कार्रवाई पंजाब के सीएम भगवंत मान और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच साजिश का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि अब घटनाक्रम समझिए…पहले भगवंत मान किसानों को सीएम हाउस से बाहर निकालते हैं। फिर वह गृह मंत्री अमित शाह से मिलने जाते हैं। फिर दोनों के बीच साजिश रची जाती है जो कल की दमनकारी कार्रवाई के रूप में सामने आती है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा और आप दोनों किसान विरोधी हैं। यह दोनों के लिए आत्मघाती कदम था क्योंकि अब वे पंजाब में डूब जाएंगे। वहीं, लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने पंजाब के कांग्रेस सांसदों से मुलाकात की, जो किसानों के मुद्दों को लेकर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा कि जिस तरह से किसानों पर अत्याचार किया गया है, मैं उसकी निंदा करता हूं। जो सरकारें कहती थीं कि हम किसानों के हितैषी हैं, उनका असली चेहरा सामने आ गया है। भगवंत मान और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन्हें (किसानों को) पीटने का काम किया है, ऐसा नहीं होना चाहिए। कल देर शाम पंजाब पुलिस ने किसानों को पंजाब-हरियाणा खनौरी बॉर्डर और शंभू बॉर्डर से हटा दिया, जहां वे अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरने पर बैठे थे।