मास्को स्थित भारतीय दूतावास ने शुक्रवार को बताया कि डीएमके सांसद कनिमोझी के नेतृत्व में तीसरा उच्चस्तरीय, सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मास्को पहुंचा और आतंकवाद के सभी रूपों से लड़ने में भारत के दृढ़ संकल्प को उजागर किया। इसमें कहा गया कि प्रतिनिधिमंडल का स्वागत रूस में भारत के राजदूत विनय कुमार ने किया। मॉस्को स्थित भारतीय दूतावास की ओर से शुक्रवार सुबह जारी एक बयान में कहा गया, “आतंकवाद के सभी रूपों से लड़ने के भारत के दृढ़ संकल्प को व्यक्त करने के लिए संसद सदस्य कनिमोझी करुणानिधि कनिमोझी डीएमके के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मॉस्को पहुंचा है।”
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द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की लोकसभा सदस्य कनिमोई के नेतृत्व में सांसदों का एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान प्रायोजित सीमा पार आतंकवाद के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अवगत कराने के लिए पांच देशों की यात्रा के पहले चरण में बृहस्पतिवार रात मॉस्को पहुंचा। पहलगाम में आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
दोमोदेदोवो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर कनिमोई और उनकी टीम के सदस्यों का भारतीय राजदूत विनय कुमार और अन्य अधिकारियों ने स्वागत किया।
प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को रूस की संसद ‘ड्यूमा’ के सदस्यों और विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात करेगा तथा स्थानीय ‘‘थिंक टैंक’’ के शीर्ष विशेषज्ञों के साथ बातचीत करेगा। भारतीय प्रतिनिधिमंडल यूनान, लातविया और स्पेन का भी दौरा करेगा।
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आपको बता दें कि बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी से रवाना हुए दूसरे प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे कर रहे हैं। यह समूह वर्तमान में यूएई का दौरा कर रहा है और उसके बाद लाइबेरिया, कांगो और सिएरा लियोन की यात्रा करेगा। इसमें भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज, अतुल गर्ग और मनन कुमार मिश्रा के साथ-साथ बीजद के सस्मित पात्रा, आईयूएमएल सांसद ईटी मोहम्मद बशीर, भाजपा नेता एसएस अहलूवालिया और पूर्व राजदूत सुजान चिनॉय शामिल हैं।
भारत के ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच का उद्देश्य सीमा पार आतंकवाद को बढ़ावा देने में पाकिस्तान की भूमिका को उजागर करना है, जिसमें 59 सांसदों, पूर्व मंत्रियों और राजनयिकों सहित कुल सात प्रतिनिधिमंडल 21 मई से 5 जून के बीच 33 देशों का दौरा करेंगे।