दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों से 48 घंटे से भी कम का समय रह गया है। विधानसभा चुनाव के नतीजों के सामने आने से पहले भी राजनीति जारी है। आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी पर उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को खरीदने का प्रयास करने का आरोप लगाया। भाजपा ने इस आरोप को खारिज कर दिया है और कानूनी कार्रवाई की धमकी दी है।
अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा की ओर से आप के 16 उम्मीदवारों को मंत्री पद और पाला बदलने पर 15-15 करोड़ रुपये देने का वादा किया गया था। आप सुप्रीमो ने माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर हिंदी में लिखे अपने पोस्ट में कहा, “कुछ एजेंसियां दिखा रही हैं कि गाली देने वाली पार्टी (भाजपा) को 55 से ज़्यादा सीटें मिल रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों को फ़ोन आया है कि अगर वे आप छोड़कर उनकी पार्टी में शामिल हो गए तो उन्हें मंत्री बनाया जाएगा और 15-15 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।”
अरविंद केजरीवाल की यह एक्स पोस्ट ऐसे समय में आई है, जब गुरुवार को तीन और एग्जिट पोल में दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत का अनुमान लगाया गया था, जिसमें 70 सदस्यीय सदन में 48-49 प्रतिशत वोट शेयर और 45-61 सीटें मिलने की बात कही गई थी। आप प्रमुख ने कहा, “अगर वे वाकई 55 से ज़्यादा सीटें जीत रहे हैं, तो वे हमारे उम्मीदवारों को क्यों बुला रहे हैं? ये फ़र्जी सर्वेक्षण आप उम्मीदवारों को तोड़ने के लिए माहौल बनाने की साज़िश है। लेकिन उनमें से एक भी पक्ष नहीं बदलेगा।”
अपनी पार्टी के मुखिया के दावों को दोहराते हुए सुल्तानपुर माजरा से आप उम्मीदवार और दिल्ली के मंत्री मुकेश अहलावत ने कहा कि उन्हें भी इस तरह का प्रस्ताव दिया गया था। मुकेश अहलावत ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं मर सकता हूं, मेरे टुकड़े हो सकते हैं, लेकिन मैं अरविंद केजरीवाल को कभी नहीं छोड़ूंगा।”
उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया कि उनकी सरकार बन रही है और अगर मैं आप छोड़कर उनके साथ शामिल हो जाऊं तो वे मुझे मंत्री बना देंगे और 15 करोड़ रुपये देंगे। लेकिन केजरीवाल और आप ने मुझे जो सम्मान दिया है, मैं मरते दम तक अपनी पार्टी नहीं छोड़ूंगा।”
संजय सिंह ने भी लगाए ऐसे ही आरोप
इससे पहले गुरुवार को आप सांसद संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में ये आरोप लगाए थे और दावा किया था कि पार्टी के सात विधायकों को भाजपा नेताओं की ओर से प्रस्ताव के लिए फोन आए थे या उनसे व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया गया था। संजय सिंह ने कहा, ‘‘इससे साफ पता चलता है कि भाजपा ने नतीजों से पहले ही अपनी हार स्वीकार कर ली है और अब वह इस तरह के हथकंडे अपना रही है।’’
भाजपा ने आरोपों को खारिज किया
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोपों को खारिज करते हुए इन्हें आसन्न चुनावी हार को लेकर आप की “हताशा” का संकेत बताया। वीरेंद्र सचदेवा ने एक बयान में कहा, “संजय सिंह को या तो अपने आरोप वापस लेने चाहिए और माफी मांगनी चाहिए या कानूनी कार्रवाई का सामना करना चाहिए।” भाजपा नेता ने कहा, “उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि उनकी पार्टी के नेता, दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले से ही इसी तरह के झूठे आरोप लगाने के लिए मानहानि के मुकदमे का सामना कर रहे हैं।” हालांकि, वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि आप ने अपने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे ऐसी कॉल रिकॉर्ड करें और जासूसी कैमरों का इस्तेमाल कर किसी भी आमने-सामने की बैठक में शिकार के प्रयासों के बारे में जो कुछ भी हो रहा है, उसे रिकॉर्ड करें।
कालकाजी से आप की उम्मीदवार रहीं मुख्यमंत्री आतिशी ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी। उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में पूछा, “अगर गाली देने वाली पार्टी (बीजेपी) को 50 से ज़्यादा सीटें मिल रही हैं, तो वे हमारे उम्मीदवारों से संपर्क करके उन्हें तोड़ने की कोशिश क्यों कर रहे हैं?” आतिशी ने दावा किया कि दिल्ली में भाजपा की जीत की भविष्यवाणी करने वाले एग्जिट पोल आप उम्मीदवारों का मनोबल गिराने के उद्देश्य से की गई एक “साजिश” है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार को मतदान हुआ और शनिवार को वोटों की गिनती होगी। नतीजों से तय होगा कि आप लगातार तीसरी बार सत्ता में आती है या भाजपा का राजधानी पर राज करने का 27 साल का इंतजार खत्म होता है।