बीटिंग रिट्रीट समारोह फिर से शुरू: 12 दिनों के निलंबन के बाद, पंजाब में अटारी-वाघा सीमा सहित तीन सीमा बिंदुओं पर बीटिंग रिट्रीट समारोह शुरू हुआ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे को नष्ट करने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच बीटिंग रिट्रीट समारोह को निलंबित कर दिया गया था।
इसे भी पढ़ें: आरएसएस ने खगोलशास्त्री नारलीकर के निधन पर शोक व्यक्त किया
रिट्रीट समारोह मीडिया कर्मियों के लिए आयोजित किया गया था, जबकि आम लोगों को समारोह में शामिल होने की अनुमति नहीं थी।
ध्वज उतारने के समारोह के दौरान सीमा सुरक्षा बल के जवानों और पाकिस्तानी रेंजर्स के बीच हाथ मिलाने का कोई कार्यक्रम नहीं हुआ, जबकि दोनों तरफ के अंतरराष्ट्रीय द्वार बंद रहे।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने आठ मई को ‘‘जन सुरक्षा’’ के मद्देनजर इस कार्यक्रम में जनता के प्रवेश पर रोक लगा दी थी।
भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में छह मई की देर रात सैन्य अभियान ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के एक दिन बाद रीट्रीट समारोह को बंद कर दिया था।
इसे भी पढ़ें: विदेश मंत्री जयशंकर ने डेनमार्क की प्रधानमंत्री से मुलाकात की, आतंकवाद से मुकाबले में एकजुटता के लिए आभार जताया
पाकिस्तान के वाघा के सामने अटारी (अमृतसर जिला), गंडा सिंह वाला के पार फिरोजपुर जिले के हुसैनीवाला और फाजिल्का जिले के सादकी में स्थित संयुक्त जांच चौकियों पर पाकिस्तान रेंजर्स के साथ बीएसएफ के जवान हर शाम भारतीय ध्वज को उतारने का समारोह आयोजित करते हैं।