Friday, October 3, 2025
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Bird Flu के खतरे के बीच Maharashtra के सोलापुर में हाई अलर्ट, हो चुकी है कई कौवों की मौत

महाराष्ट्र के सोलापुर में एवियन इन्फ्लूएंजा (एच5एन1) यानी बर्ड फ्लू की पुष्टी हुई है। बर्ड फ्लू के कारण अधिकारियों ने हाई अलर्ट घोषित किया है। सोलापुर में बीते कुछ दिनों में कई कौवों ती मौत हो चुकी है, जिसके पीछे बर्ड फ्लू को कारण बताया गया है। भोपाल प्रयोगशाला से प्राप्त परीक्षण रिपोर्ट में बर्ड फ्लू वायरस की उपस्थिति की पुष्टि होने के बाद सोलापुर नगर निगम और पशुपालन विभाग ने निवारक उपाय तेज कर दिए हैं।
 
बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद अधिकारियों ने सोलापुर में छत्रपति संभाजी महाराज झील, श्री सिद्धेश्वर महाराज झील और खंदक बाग के आसपास के इलाकों को सैनिटाइज किया है। हाल के दिनों में 50 से अधिक कौवे मृत पाए गए। अधिकारियों ने घोषणा की है कि सोलापुर में प्रभावित सार्वजनिक क्षेत्र एहतियात के तौर पर 21 दिनों तक बंद रहेंगे। एक किलोमीटर के दायरे में दुकानों में मुर्गियों की जांच की जाएगी, और स्वास्थ्य विभाग बीमारी के लक्षणों के लिए उसी क्षेत्र में रहने वाले निवासियों की निगरानी करेगा।
 
इन उपायों के साथ ही नागरिकों ने जनता से घबराने की अपील नहीं की है। जनता को आश्वासन दिया है कि मुर्गियों या मनुष्यों में बर्ड फ्लू का कोई मामला सामने नहीं आया है। एवियन इन्फ्लूएंजा, जिसे आम तौर पर बर्ड फ्लू के नाम से जाना जाता है, एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करता है, लेकिन यह मनुष्यों और अन्य जानवरों को भी संक्रमित कर सकता है। जबकि अधिकांश बर्ड फ्लू वायरस केवल पक्षियों की प्रजातियों तक ही सीमित हैं, वे पक्षियों के लिए घातक हो सकते हैं। इसके प्रकारों में, H5N1 स्ट्रेन विशेष रूप से चिंताजनक है क्योंकि यह लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता रखता है।
 
H5N1 वायरस से संक्रमित पक्षी अपने मल और लार के माध्यम से 10 दिनों तक वायरस को फैला सकते हैं। यह संक्रमण दूषित क्षेत्रों के संपर्क से फैलता है, जिससे विशेष रूप से प्रवासी पक्षियों की आबादी के बीच एक बड़ा खतरा पैदा होता है जो अक्सर यात्रा करते हैं।
 
इस महीने की शुरुआत में बिहार के जहानाबाद में इस बात की पुष्टि हुई थी कि हाल ही में कई कौवों की मौत बर्ड फ्लू के कारण हुई थी। कोलकाता के आरडीडीएल संस्थान की जांच रिपोर्ट में मृत पक्षियों में एच5एन1 वायरस की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी।
 
इसकी पुष्टि होने के बाद पशुपालन विभाग ने तीन किलोमीटर के दायरे में पोल्ट्री फार्मों से नमूने एकत्र करना शुरू कर दिया है। इन नमूनों को आगे की जांच के लिए पटना भेजा जाएगा, ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं घरेलू पोल्ट्री भी प्रभावित तो नहीं हुई है।
 
जहानाबाद जिला प्रशासन ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सैनिटाइजेशन के प्रयास तेज कर दिए हैं। प्रभावित इलाकों में सोडियम हाइपोक्लोराइट से फॉगिंग की जा रही है ताकि आसपास के इलाकों को संक्रमण मुक्त किया जा सके और वायरस के प्रसार को रोका जा सके।
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