अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों का साथ देने वालों को वार्निंग दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि कोई भी देश ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़ेगा तो 10 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगेगा। ब्रिक्स की बैठक वैसे तो ब्राजील में हो रही थी लेकिन अमेरिका इस पर कड़ी नज़र रख रहा है। दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले ही ब्रिक्स समूह की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़े देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी है। ट्रम्प ने रविवार रात ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट में कहा कि ब्रिक्स की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़ने वाले किसी भी देश पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाया जाएगा। इस नीति में कोई अपवाद नहीं।
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ट्रम्प 12 देशों को पत्र भेजने वाले हैं
9 जुलाई को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के रेसिप्रोकल टैरिफ की डेडलाइन नजदीक आने के साथ कयासबाजियां भी तेज हो गई हैं। व्हाइट हाउस के अनुसार ट्रम्प 12 देशों को पत्र भेजने वाले हैं। लेकिन पत्र के मैटर के बारे में खुलासा नहीं किया गया है। बता दें कि भारत के प्रतिनिधिमंडल के साथ भी अमेरिकी अधिकारियों की ट्रेड डील पर बात हो चुकी है, लेकिन विवरण अभी सामने नहीं आया है। अभी सभी देशों पर 10% बेसलाइन अमेरिकी टैरिफ है। डील नहीं होने की स्थिति में 9 जुलाई के बाद संबंधित देश पर 9 अप्रैल को ट्रम्प द्वारा घोषित टैरिफ की दरें लगाई जाएंगी।
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चीन ने किया पलटवार
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से यह ताज़ा बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विकासशील देशों के ब्रिक्स समूह के साथ गठबंधन करने वाले देशों पर अतिरिक्त 10% टैरिफ़ लगाने की धमकी के बाद आया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि टैरिफ के इस्तेमाल से किसी को कोई फायदा नहीं है। इससे पहले दिन में ट्रंप ने ब्रिक्स समूह की अमेरिका विरोधी नीतियों से जुड़े देशों पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगाने की धमकी दी थी।