Monday, October 20, 2025
spot_img
Homeअंतरराष्ट्रीयChina में विक्ट्री डे परेड का मौका, अचानक धड़धड़ाते हुए अपनी ट्रेन...

China में विक्ट्री डे परेड का मौका, अचानक धड़धड़ाते हुए अपनी ट्रेन लेकर घुसे किम जोंग उन, देखती रही दुनिया

चीन में एससीओ बैठक खत्म होते ही एक नया खेल शुरू हो गया है। एससीओ में शामिल हुए ज्यादातर नेता तो वापस लौट चुके हैं। लेकिन चीन में दुनिया का एक नेता अपनी ट्रेन लेकर पहुंचा है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अपनी प्राइवेट ट्रेन से चीन पहुंचे हैं। किम जोंग उन बीजिंग में होने वाले सैन्य परेड में हिस्सा लेंगे। दरअसल, 3 सितंबर को चीन में होने वाली विक्ट्री डे परेड में किम जोंग चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे। इन तीनों नेताओं के निशाने पर अमेरिका और पश्चिमी देश हैं। किम जोंग उन ने तो अपने हजारों सैनिक यूक्रेन से लड़ने के लिए रूस में तैनात कर रखे हैं। इसी मुद्दे पर बात करने के लिए किम जोंग चीन आए हैं। इतना ही नहीं किम उत्तर कोरिया की राजधानी से अपनी बख्तरबंद ट्रेन से रवाना हुए। कहा जाता है कि इस ट्रेन में एक रेस्टोरेंट कोच है। जिसमें फ्रेंच वाइन और ताजा लावस्टर जैसे व्यंजन परोसे जाते हैं। भारी सुरक्षा व्यवस्था की वजह से ये ट्रेन काफी धीमी चलती है। 

इसे भी पढ़ें: मोदी ने पुतिन-जिनपिंग को बता दिया ट्रंप का दिमाग ठिकाने लाने का मंत्र, चीन में लग गया अमेरिका के दुश्मनों का मेला

किम की ये यात्रा क्यों है खास

उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया, सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, किम जोंग उन 1 सितंबर को प्योंगयांग से रवाना हुए और 3 सितंबर को बीजिंग में होने वाली सैन्य परेड में शामिल होने के लिए ट्रेन से चीन पहुँचे। तस्वीरों में उन्हें एक लकड़ी की मेज पर बैठे हुए दिखाया गया है, जिसके पीछे उत्तर कोरियाई झंडा लगा है और उनके साथ विदेश मंत्री चोई सोन हुई सहित वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद हैं। यह ट्रेन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन समेत दुनिया भर के नेता इस कार्यक्रम के लिए बीजिंग में इकट्ठा हो रहे हैं। किम जोंग-उन की इस धीमी लेकिन सुरक्षित यात्रा पद्धति पर निर्भरता उनकी पारिवारिक परंपरा को जारी रखे हुए है।

ग्रीन ट्रेन का इतिहास

पीली धारियों वाली इस हरे रंग की ट्रेन का लंबे समय से किम राजवंश से संबंध रहा है। किम के पिता, किम जोंग-इल, कथित तौर पर हवाई यात्रा से बचते थे और ज़्यादातर विदेश यात्राएँ ट्रेन से ही करते थे। उनकी यात्राओं में 2002 में प्रतिबंधों में ढील के दौरान रूस की यात्रा भी शामिल है। एक पूर्व रूसी अधिकारी, कॉन्स्टेंटिन पुलिकोव्स्की ने किम जोंग-इल की यात्राओं के दौरान ट्रेन में जीवन का वर्णन किया है। सीएनएन द्वारा 2002 में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिकोव्स्की ने लिखा था कि “रूसी, चीनी, कोरियाई, जापानी और फ्रांसीसी व्यंजनों का कोई भी व्यंजन ऑर्डर करना संभव था”। उन्होंने यह भी दावा किया कि रास्ते में बोर्डो वाइन और जीवित झींगे लाए जाते थे। लेकिन ये विवरण एक अलग दौर के हैं। 2003 में उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु अप्रसार संधि से हटने के बाद अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध फिर से कड़े कर दिए गए थे। तब से, देश से बहुत कम विश्वसनीय जानकारी सामने आई है, जबकि रिपोर्टें व्यापक गरीबी और खाद्यान्न की कमी की ओर इशारा करती हैं। 

ट्रेन की विशेषताएँ

दक्षिण कोरियाई मीडिया रिपोर्टों में ट्रेन की सुरक्षा विशेषताओं का विस्तृत विवरण दिया गया है। सीएनएन द्वारा उद्धृत चोसुन इल्बो के 2009 के एक लेख में कहा गया है कि ट्रेन इतनी मज़बूती से बख्तरबंद है कि यह औसतन केवल 60 किमी प्रति घंटे की गति से चलती है। बताया गया है कि इसमें कॉन्फ्रेंस रूम, बेडरूम और दर्शकों के लिए कमरे हैं, साथ ही सैटेलाइट फ़ोन कनेक्शन और फ्लैट स्क्रीन टीवी भी हैं। दक्षिण कोरियाई अखबार के अनुसार, सुरक्षा बढ़ाने के लिए, ट्रेन के किसी स्टेशन पर प्रवेश करने से पहले अन्य रेलवे लाइनों की बिजली बंद कर दी जाती है।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments