एशिया में एक बार फिर से कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। कोरोना वायरस की दस्तक फिर से हो गई है। सिंगापुर और हांगकांग में कोविड 19 के मामलों में इजाफा हुआ है। भारत में इससे लोगों में डर पैदा हो गया है। कोरोना वायरस ने वर्ष 2020-21 में पूरे भारत और दुनिया भर में तबाही मचाई थी। इसकी कई खौफनाक यादें लोगों के मन में है।
वहीं अब भारत के केरल, तमिलनाडु, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। मुंबई में भी केईएम अस्पताल में दो कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके बाद शहर में सख्ती बढ़ाई गई है। स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए है। हालांकि बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने स्पष्ट किया कि दोनों मरीजों की मौत गंभीर सह-रुग्णताओं के कारण हुई, न कि कोविड-19 के कारण।
मामलों में वृद्धि का कारण कमजोर होती प्रतिरक्षा और उभरते वायरस उत्परिवर्तन, विशेष रूप से जेएन.1 स्ट्रेन और उसके उप-वंश को माना जा रहा है। भारत में 12 मई से अब तक 164 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिससे देश में सक्रिय COVID-19 मामलों की कुल संख्या 257 हो गई है। केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में वर्तमान में सबसे अधिक मामले सामने आ रहे हैं।
पिछले सप्ताह अकेले केरल में 69 नए संक्रमण दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र में 44 और तमिलनाडु में 34 नए मामले सामने आए। महाराष्ट्र में फिलहाल 56 सक्रिय मामले हैं। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 200 नवनिर्मित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) और उप-केंद्र, अपर्याप्त स्टाफ, धन की कमी और खराब सुविधाओं के कारण कथित तौर पर काम नहीं कर रहे हैं।