राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार सुबह धुंध की मोटी चादर छाई रही, वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई और शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 366 रहा। सीपीसीबी ने यह जानकारी दी।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली के सात वायु गुणवत्ता निगरानी केंद्रों पर प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में दर्ज किया गया, जिसमें नरेला 418 के सूचकांक के साथ सबसे अधिक प्रदूषित रहा।
सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा , 51 से 100 को संतोषजनक , 101 से 200 को मध्यम , 201 से 300 को खराब , 301 से 400 को बेहद खराब और 401 से 500 के बीच को गंभीर माना जाता है।
वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली (एक्यूईडब्ल्यूएस) के मुताबिक, अगले तीन दिन तक दिल्ली की वायु गुणवत्ता बेहद खराब श्रेणी में ही रहने की संभावना है। इसके बाद अगले छह दिनों के दौरान इसके बेहद खराब और गंभीर श्रेणियों के बीच रहने का अनुमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि वर्तमान में हवा की औसत गति 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम है, जो प्रदूषक तत्वों के बिखराव के लिए अनुकूल नहीं है।
विभाग के अनुसार, दिल्ली में न्यूनतम तापमान 9.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

