ईडी ने अल्केमिस्ट ग्रुप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच में 127.33 करोड़ रुपये के शेयर अस्थायी रूप से कुर्क किए हैं। कुर्क की गई संपत्तियां अल्केमिस्ट हॉस्पिटल और ओजस हॉस्पिटल के नाम पर हैं और पंचकुला, हरियाणा में स्थित हैं। ईडी ने कहा है कि कुर्क की गई संपत्ति का लाभार्थी मालिक करण दीप सिंह है। करण दीप सिंह तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के पूर्व सांसद और व्यवसायी कंवर दीप सिंह के बेटे है।
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ईडी ने बुधवार को यह जानकारी दी।
ईडी ने बताया कि यह मामला कथित तौर पर 1,900 करोड़ रुपये की पोंजी योजना धोखाधड़ी से जुड़ा है।
धन शोधन का यह मामला कोलकाता पुलिस और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा अलकेमिस्ट टाउनशिप, अलकेमिस्ट इंफ्रा रियल्टी और अलकेमिस्ट समूह के निदेशकों समेत कंवर दीप सिंह के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर किया गया।
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आरोपियों पर सामूहिक निवेश योजनाओं के माध्यम से अवैध रूप से 1,848 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बड़े पैमाने पर आपराधिक षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया गया था।
आरोपियों ने कथित रूप से निवेशकों को अधिक ‘रिटर्न’ की पेशकश कीथी या उन्हें भूखंड, फ्लैट और विला आवंटित करने का झूठा वादा किया गया था।
कंवर दीप सिंह को 2021 में ईडी ने गिरफ्तार किया था। धन शोधन विरोधी संघीय जाँच एजेंसी ने एक अभियोजन शिकायत और बाद में एक पूरक अभियोजन शिकायत दर्ज की है। धन शोधन जाँच से पता चला है कि, “धोखाधड़ीपूर्ण सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआईएस) के माध्यम से अवैध रूप से धन जुटाकर, असामान्य रूप से उच्च रिटर्न की पेशकश करके, और/या प्लॉट, फ्लैट और विला आवंटित करने के झूठे वादे करके निवेशकों को धोखा देने की आपराधिक साजिश रची गई थी। इन भ्रामक निवेश योजनाओं के माध्यम से, मेसर्स अल्केमिस्ट होल्डिंग्स लिमिटेड और मेसर्स अल्केमिस्ट टाउनशिप इंडिया लिमिटेड ने गैर-संदेहास्पद निवेशकों से लगभग 1,848 करोड़ रुपये अवैध रूप से एकत्र किए और बाद में अनधिकृत उद्देश्यों के लिए धन का दुरुपयोग किया,” ईडी ने कहा।
जाँच एजेंसी ने कहा कि “धन की उत्पत्ति को छिपाने” के इरादे से अल्केमिस्ट समूह की समूह संस्थाओं से जुड़े जटिल वित्तीय लेनदेन के माध्यम से “दुरुपयोग किए गए धन” को “व्यवस्थित रूप से स्तरित” किया गया था। अधिकारियों ने कहा, “इस दूषित आय का उपयोग अंततः शेयरों के अधिग्रहण और उसके बाद अल्केमिस्ट अस्पताल तथा ओजस अस्पताल के निर्माण के लिए किया गया।”