बजट 2025 के बाद 3 फरवरी (सोमवार) को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। बसंत पंचमी के दिन सोने की कीमत अपने उच्चतम स्तर से थोड़ा नीचे आई। शनिवार (बजट के दिन) 24 कैरेट 10 ग्राम सोने का भाव ₹84,500 के पार था, जबकि आज इसमें ₹150 तक की गिरावट आई है। अब 24 और 22 कैरेट सोना ₹84,400 प्रति 10 ग्राम के आसपास कारोबार कर रहा है।
सरकार ने बजट में सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाई, जिससे निवेशकों को राहत मिली है।
सोने की कीमत 84,000 के पार क्यों है?
वैश्विक बाजार में अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों में बदलाव के कारण निवेशकों ने सोने को सुरक्षित संपत्ति के रूप में चुना है, जिससे इसकी कीमतें ऊंचाई पर बनी हुई हैं।
कीमत बढ़ने के मुख्य कारण:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता और ब्याज दरों में संभावित कटौती।
- शादी-ब्याह और त्योहारों के मौसम में बढ़ती मांग।
- सोने में निवेश को सुरक्षित विकल्प मानने वाले निवेशकों की रुचि बढ़ना।
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में सोने की कीमत और बढ़ सकती है।
दिल्ली और मुंबई में सोने की कीमत घटी
दिल्ली और मुंबई में 24 और 22 कैरेट सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई।
3 फरवरी 2025 के लिए प्रमुख शहरों में सोने का दाम:
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड रेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 77,590 | 84,630 |
चेन्नई | 77,440 | 84,480 |
मुंबई | 77,440 | 84,480 |
कोलकाता | 77,440 | 84,480 |
चांदी की कीमत में भी गिरावट
बजट के बाद चांदी के दाम में भी गिरावट दर्ज की गई।
चांदी का ताजा भाव (3 फरवरी 2025):
- ₹200 की गिरावट के साथ चांदी ₹99,400 प्रति किलोग्राम हो गई।
- पहले चांदी का भाव ₹99,600 था।
- अब यह ₹1,00,000 के रिकॉर्ड स्तर से थोड़ा पीछे है।
भारत में सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें प्रमुख हैं:
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें
सरकार द्वारा निर्धारित इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स
रुपए की डॉलर के मुकाबले कीमत में उतार-चढ़ाव
शादी-ब्याह और त्योहारों में बढ़ती मांग
भारत में सोना सिर्फ निवेश नहीं, बल्कि संस्कृति और परंपरा का हिस्सा भी है। इसकी कीमतों में बदलाव का सीधा असर आम लोगों की जेब पर पड़ता है।