बजट में भले ही आयात शुल्क में कोई बदलाव नहीं किया गया है, लेकिन सोने की कीमत अभी भी बढ़ रही है। दिल्ली के हाजिर बाजार में सोने का भाव 85,000 रुपये के स्तर को पार कर गया है। अब वायदा बाजार में सोना 85 हजार रुपये के स्तर को पार करने की तैयारी में है। डॉलर में गिरावट के कारण सोने की कीमतें बढ़ रही हैं। बुधवार को सोने की कीमतें 84 हजार रुपये के स्तर को पार कर नए रिकॉर्ड पर पहुंच गईं।
सोने की कीमत क्यों बढ़ी है?
यह ध्यान देने योग्य बात है कि डोनाल्ड ट्रम्प ने मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ को एक महीने के लिए स्थगित कर दिया है। जिसके कारण डॉलर का मूल्य घट रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यही कारण है कि सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। दूसरी ओर, चीन के खिलाफ ट्रम्प का व्यापार युद्ध शुरू हो गया है। चीन ने जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है। परिणामस्वरूप, निवेशक सोने जैसे सुरक्षित निवेश की ओर बढ़ रहे हैं।
सोने की कीमत में वृद्धि
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार दोपहर 12 बजे सोने की कीमत 500 रुपये बढ़कर 84,300 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गई है। खास बात यह है कि कारोबारी सत्र के दौरान सोने की कीमत 84,333 रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। हालांकि आज सुबह जब बाजार खुला तो सोने का भाव 84,060 रुपये प्रति दस ग्राम था। एक दिन पहले जब बाजार बंद हुआ था तो सोने का भाव 83,739 रुपये पर बंद हुआ था।
पिछले पांच दिनों में सोने की कीमतें
- 30 जनवरी को सोने की कीमत – 80,970
- 31 जनवरी को सोने की कीमत – 82,600
- 1 फरवरी को सोने का भाव- 83,360
- 3 फरवरी को सोने का भाव- 83,721
- 4 फरवरी को सोने का भाव- 83,827
- 5 फरवरी को सोने का भाव- 84,333
फरवरी में सोना कितना महंगा हुआ?
अगर फरवरी महीने में सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की बात करें तो सोना 2.55 फीसदी महंगा हुआ है। 31 जनवरी को जब बाजार बंद हुआ तो सोने की कीमत 82,233 रुपए प्रति दस ग्राम देखी गई थी। जो आज 84,333 रुपए प्रति दस ग्राम के स्तर पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि सोने की कीमत में 2,100 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। इस वर्ष सोने की कीमतों में लगभग 9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है। 31 दिसंबर को सोने की कीमत 77,456 रुपये पर बंद हुई थी। तब से अब तक सोने की कीमत में 6,877 रुपये प्रति दस ग्राम की बढ़ोतरी देखी गई है।
डॉलर सूचकांक में गिरावट
डॉलर सूचकांक, जो कुछ दिन पहले उच्च स्तर पर था। जिसके कारण रुपये सहित एशियाई मुद्राओं में गिरावट आई। लेकिन अब उसी डॉलर में गिरावट देखी जा रही है। 2 फरवरी को डॉलर इंडेक्स 110 के स्तर पर पहुंच गया। फिलहाल यह 107.79 के स्तर पर नजर आ रहा है। इसका मतलब यह है कि पिछले 3 दिनों में डॉलर इंडेक्स में 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई है। पिछले महीने डॉलर सूचकांक में 1 प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई है। आने वाले दिनों में डॉलर सूचकांक में और गिरावट देखने को मिल सकती है।