IND vs ENG: भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में खेले गए चौथे टी20 मैच को भारतीय टीम ने जीतकर सीरीज पर 3-1 से कब्जा कर लिया है। इस मैच में कन्कशन सब्सटीट्यूट के तौर पर मैदान पर उतरे हर्षित राणा ने मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई। लेकिन अब इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इंग्लैंड टीम के कप्तान कॉस बटलर और पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर केविन पीटरसन हर्षित को टीम में शामिल किए जाने से नाराज नजर आ रहे हैं। इसके अलावा आकाश चोपड़ा भी इस फैसले से नाखुश हैं।
विवाद क्यों पैदा हुआ?
दरअसल शिवम दुबे एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर हैं। जबकि भारत के लिए तीन विकेट लेने वाले हर्षित राणा गेंदबाजी ऑलराउंडर हैं। अगर दुबे पूरी तरह से फिट होते और खेलने उतरते तो भी यह स्पष्ट नहीं था कि वह अपनी बल्लेबाजी पूरी कर पाते या नहीं। यहां महत्वपूर्ण बात यह है कि शिवम दुबे हर्षित राणा से बेहतर गेंदबाज हैं। राणा ने इस मैच के दौरान 150 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद फेंकी। अतः यह स्पष्ट है कि दोनों खिलाड़ी एक जैसे नहीं हैं। इस बीच, आकाश चोपड़ा और कई अंग्रेजी दिग्गजों ने भी इस पर सवाल उठाए हैं। अब देखना यह है कि आईसीसी इस पूरे विवाद पर क्या निर्णय लेती है।
हर्षित राणा कोई ‘समान खिलाड़ी’ नहीं है – आकाश चोपड़ा
दरअसल, आईसीसी के नियमों के अनुसार, अगर किसी खिलाड़ी को सिर में चोट लगती है तो ‘लाइक-फॉर-लाइक’ खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। लेकिन अब कई दिग्गज इसे समझ नहीं रहे हैं। कप्तान जोश बटलर और आकाश चोपड़ा का मानना है कि हर्षित राणा ‘लाइक फॉर लाइक’ खिलाड़ी नहीं हैं। आकाश चोपड़ा ने कहा, ‘अगर हर्षित गेंदबाजी कर रहा है, तो यह ‘लाइक फॉर लाइक’ रिप्लेसमेंट सही नहीं लगता। रमनदीप दुबे आदर्श ‘कन्कशन रिप्लेसमेंट’ थे।
यहां तक कि इंग्लिश क्रिकेट के दिग्गज भी नाराज थे।
पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर माइकल वॉन ने कहा, “एक बल्लेबाज अंशकालिक गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज की जगह ले सकता है।” एक ऑलराउंडर जो पहले ही आईपीएल 2024 में गेंदबाजी कर चुका है। एक खिलाड़ी जो बल्लेबाजी नहीं कर सकता और गेंदबाजी कर सकता है, उसे कन्कशन सब्सटीट्यूट के रूप में लाया गया। यह सब मेरी समझ से परे है।’ इसके अलावा पूर्व दिग्गज इंग्लिश क्रिकेटर केविन पीटरसन ने कहा, ‘जोश बटलर इस कन्कशन सब्सटीट्यूट से खुश नहीं थे। किसी से भी पूछिए, क्या हर्षित राणा एक ‘लाइक फॉर लाइक’ रिप्लेसमेंट है? मुझे नहीं लगता कि कोई भी इसे सही कहेगा। मुझे लगता है कि अब इस बारे में काफी चर्चा होगी।’