ब्रिटेन के प्रधान मंत्री कीर स्टार्मर ब्रिटिश संस्थानों, विश्वविद्यालयों और उद्योग समूहों के सीईओ और प्रतिनिधियों सहित 125 लोगों के प्रतिनिधिमंडल के साथ दो दिवसीय यात्रा के लिए बुधवार (8 अक्टूबर, 2025) की सुबह मुंबई पहुंचे। यह यात्रा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की जुलाई में यूरोपीय देश की यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन द्वारा एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए जाने के कुछ महीनों बाद हो रही है। यह तब भी आता है जब दोनों देश डोनाल्ड ट्रम्प के प्रशासन के तहत अमेरिका के साथ अपने संबंधित व्यापारिक संबंधों सहित प्रमुख भू-राजनीतिक बदलावों पर काम कर रहे हैं।
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भारत और ब्रिटेन के व्यापार मंत्रियों ने बुधवार को विनियामक सहयोग, गैर-टैरिफ बाधाओं को दूर करने और आपूर्ति शृंखला एकीकरण को बढ़ावा देकर हाल ही में हस्ताक्षरित व्यापार समझौते का अधिकतम लाभ उठाने के तरीकों पर चर्चा की।
वाणिज्य मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भारत-ब्रिटेन व्यापार व निवेश साझेदारी के लिए एक नयी रूपरेखा तैयार करने के सिलसिले में मुंबई में ब्रिटेन के व्यापार एवं वाणिज्य राज्य मंत्री पीटर काइल के साथ बैठक की।
मंत्रालय ने कहा, “दोनों पक्षों ने समझौते के त्वरित, समन्वित और परिणामोन्मुखी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया, जिसका उद्देश्य दोनों देशों में व्यवसायों और उपभोक्ताओं के लिए इसकी पूर्ण क्षमता का उपयोग करना है।”
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दोनों मंत्रियों ने व्यापार समझौते के कार्यान्वयन और निष्पादन की निगरानी के लिए संयुक्त आर्थिक एवं व्यापार समिति (जेटको) को पुनः स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की।
बयान में कहा गया है, “व्यापक आर्थिक एवं व्यापार समझौते (सीईटीए) के परिवर्तनकारी पहलुओं पर जोर देते हुए मंत्रियों ने विनियामक सहयोग, गैर-टैरिफ बाधाओं को दूर करने और आपूर्ति शृंखला एकीकरण को बढ़ावा देकर समझौते का अधिकतम लाभ उठाने के तरीकों पर चर्चा की।