हर साल आज का दिन विश्व में अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल 2025 में इस दिवस के आयोजन को पूरे 10 साल हो गए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने ‘विज्ञान में महिलाओं व लड़कियों के अन्तरराष्ट्रीय दिवस’ पर इस क्षेत्र में कार्यरत महिलाओं की संख्या बढ़ाने और लड़कियों को हरसंभव समर्थन देने की अपील की। क्योंकि आंकड़ों के मुताबिक विश्व स्तर पर, महिला छात्रों का नामांकन प्राकृतिक विज्ञान, आईसीटी, गणित-सांख्यिकी और निर्माण, इंजीनियरिंग और मैनूफैक्चरिंग में विशेष रूप से कम है।
क्या है अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस का इतिहास ?
आज से ठीक 10 साल पहले 2015 में संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने 11 फरवरी को विज्ञान में महिलाओं और लड़कियों के अंतरराष्ट्रीय दिवस के रूप में ऐलान किया था। इस दिन को यूनेस्को और संयुक्त राष्ट्र महिला द्वारा लागू किया गया। यूनेस्को की वैश्विक प्राथमिकता लैंगिक समानता है। यह युवा लड़कियों को उनकी शिक्षा में सहायता प्रदान करता है और उन्हें अवसर प्रदान करता है। इसके साथ ही यूएजीए का लक्ष्य है कि महिलाओं और लड़कियों के लिए विज्ञान में पूर्ण और समान पहुंच और भागीदारी हासिल हो।
अंतरराष्ट्रीय महिला वैज्ञानिक दिवस का महत्व
दुनिया भर में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महिलाओं और लड़कियों की महत्वपूर्ण भूमिका की प्रशंसा करने के लिए महिलाओं और लड़कियों के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है। यह दिवस मनाने का उद्देश्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है। यूनेस्को की वैश्विक प्राथमिकता लैंगिक समानता है, जो शिक्षा में लड़कियों का समर्थन करना और उन्हें बेहतर अवसर प्रदान करना है।