गाजा जंग को लेकर के 17 नवंबर को एक और बड़ा डेवलपमेंट हुआ। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी यूएनएससी ने ट्रंप के गजा पीस प्लान को मंजूरी दे दी है। यानी अब इस प्लान पर यूएन की कानूनी मोहर लग गई है। जिसमें तबाह हो चुके क्षेत्र में सुरक्षा प्रदान करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय स्थिरीकरण बल की तैनाती और भविष्य में एक स्वतंत्र फलस्तीनी राष्ट्र की संभावना तलाशने का विचार है। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की इस योजना के पक्ष में शून्य के मुकाबले 13 मत मिले। रूस और चीन ने मतदान से दूरी बनाई तथा रूस ने एक विपरीत प्रस्ताव पेश किया। अमेरिका और अन्य देशों को उम्मीद थी कि रूस इस प्रस्ताव को रोकने के लिए अपने वीटो अधिकार का उपयोग नहीं करेगा। यह मतदान युद्धविराम के बाद स्थायित्व लाने और दो साल तक चले इजराइल-हमास संघर्ष के बाद गाजा के भविष्य की रूपरेखा तय करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था।
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दक्षिणी गाजा के खान यूनिस के पास बानी सुहैला में एक इज़राइली ड्रोन हमले में एक महिला और उसका बच्चा घायल हो गए हैं। यह हमला, जारी युद्धविराम के बावजूद, दक्षिणी गाजा में आज हुए कई हमलों में ताजा घटनाक्रम है। वहीं इजरायल रेस्क्यू सर्विस का कहना है कि वेस्ट बैंक में हुए हमले में एक इजरायली मारा गया और तीन घायल हो गए। इस्त्राइली सेना ने कहा कि यह हमला यरूशलम के साउथ में भीडभाड वाले इलाके में हुआ। यह हमला चाकू मारने की घटना थी, जिसमे हमलावर ने पहले वाहनों को टक्कर मारी और फिर चाकू से हमला किया। मृतक इस्त्राइली की उम्र तीस वर्ष के आसपास बताई गई है। घायल व्यक्तियों का अस्पताल में इलाज किया।
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वैसे ट्रंप के प्लान में कहा गया है कि गजा में एक इंटरनेशनल फोर्स भेजी जाएगी जो वहां से हथियार हटाएगी। सुरक्षा संभालेगी और कुछ समय के लिए गजा को चलाएगी भी। इसके अलावा एक बोर्ड ऑफ पीस बनाया जाएगा जो पूरी प्रक्रिया को देखेगा। लेकिन इसमें कौन-कौन होगा यह अभी स्पष्ट नहीं किया गया है। यूएससी वोटिंग में 15 में से 13 देशों ने इसका समर्थन किया। प्लान का किसी ने विरोध नहीं किया। रूस और चीन ने वीटो भी नहीं किया। हालांकि उन्होंने इस पर वोटिंग से दूरी बनाए रखी। वोटिंग के बाद अमेरिका के यूएन राजदूत माइक वाल्ट्स ने कहा कि गजा अभी नरक जैसा बना हुआ है। यह प्रस्ताव वहां के लोगों के लिए लाइफ लाइन है। ट्रंप ने भी प्लान का पास होना ऐतिहासिक बताया। वे खुद बोर्ड ऑफ पीस को चलाएंगे। साथ ही दुनिया के बड़े नेताओं को भी इसमें शामिल करेंगे। बोर्ड पीस गजा के लिए एक बोर्ड ऑफ पीस बनेगा। इसमें मैं और बाकी दूसरे अहम देशों के नेता शामिल होंगे।

