जम्मू-कश्मीर में इस वक्त बारिश से बुरा हाल है। जहां बादल फटने की वजह से कई लोगों ने अपनी जिंदगियां गवा दी वहीं दूसरी और बारिश के कारण लोगों का जन-जीवन बुरी तरह से प्रभावित हो गया है। बारिश के कारण एक बड़ा हादसा हुआ है। जम्मू-कश्मीर के राजौरी और सांबा जिलों में सोमवार को लगातार बारिश के कारण जमीन धंसने के बाद 19 परिवारों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि राजौरी में 11 और सांबा में आठ घर खाली करा लिए गए। कोटरंका के अतिरिक्त उपायुक्त दिल मीर ने बताया कि राजौरी के बधाल गांव में लगातार बारिश के कारण जमीन का एक बड़ा हिस्सा धंसने लगा।
इसे भी पढ़ें: Delhi Yamuna River Flood Alert | दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के पार, निचले इलाकों में बाढ़ का मंडराया खतरा, अलर्ट जारी
उन्होंने बताया कि इस गांव को ‘जोखिम क्षेत्र’ घोषित किया गया है। मीर ने बताया, ‘‘हमें डर है कि अगर भूधंसाव जारी रहा तो इन घरों को नुकसान पहुंच सकता है। प्रशासन ने परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है।’’ भारी बारिश के कारण जमीन का एक बड़ा हिस्सा धंसने से सांबा जिले के एक छोटे से गांव में कई घर ढहने के कगार पर पहुंच गए, जिसके बाद अधिकारियों ने परिवारों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया।
इसे भी पढ़ें: Maratha Reservation Protest | पांचवें दिन भी मनोज जारंगे की भूख हड़ताल जारी, हाईकोर्ट ने कहा- मुंबई को बंधक नहीं बना सकते
आपको बता दे कि अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम कश्मीर के कई हिस्सों में बारिश हुई, जिससे श्रीनगर के कुछ इलाकों में जलभराव और यातायात जाम हो गया। रेजीडेंसी रोड, टीआरसी चौक और डल गेट सहित अन्य इलाकों में जलभराव के कारण यात्रियों और दुकानदारों को असुविधा हुई। कुछ इलाकों में, वाहनों को शहर की जलमग्न सड़कों से होकर गुजरना पड़ा। घाटी के कुछ हिस्सों में अभी भी रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने कहा कि श्रीनगर, गंदेरबल और बडगाम के कई हिस्सों में गरज, बिजली और तेज़ हवाओं के साथ भारी और तीव्र बारिश होने की संभावना है। इसने लोगों से बिजली के खंभों, पुराने पेड़ों और ढीली संरचनाओं से दूर रहने का आग्रह किया और डल झील सहित सभी जलाशयों में शिकारा चलाने और नौका विहार न करने की सलाह दी।