आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश जिस एकजुटता के साथ लड़ाई लड़ रहा है उससे निश्चित रूप से हम मानवता के सबसे बड़े दुश्मन पर एक दिन विजय हासिल कर सकेंगे। इसके अलावा, सेना की ताकत बढ़ाने, सरहदों की रक्षा करने और देश की संप्रभुता पर आंच नहीं आने देने का हमारी सरकार को जो संकल्प है उसकी लगातार सिद्धि हमें इस बात के लिए आश्वस्त कर रही है कि भारत की ओर आंख उठा कर देखने वालों की आंख ही नहीं बचेगी। लेकिन इतना सब होने के बावजूद देश में कुछ ऐसी चुनौतियां हैं जो लगातार बढ़ती जा रही हैं। यदि हमने इनका हल जल्द ही नहीं निकाला तो सीमाएं भले सुरक्षित रहें मगर हमारे घर, हमारी गली मोहल्ले, हमारे गांव कस्बे और शहर आदि सुरक्षित नहीं रह जाएंगे। देखा जाये तो जिस तरह सीमाओं पर लगे एअर डिफेंस सिस्टम दुश्मन के हर वार का नाकाम कर रहे हैं सरकार को वैसे ही सख्त कानून रूपी सिस्टम जल्द लगाने होंगे ताकि तमाम तरह के जिहाद के जरिये भारत को नुकसान पहुँचाने की साजिशें विफल हो सकें।
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हम आपको बता दें कि इस समय देश में लव जिहाद, लैंड जिहाद, घुसपैठ जिहाद, जनसंख्या जिहाद और ड्रग जिहाद जैसी समस्याएं लगातार विकराल होती जा रही हैं। आप किसी भी दिन का किसी भी शहर का समाचार-पत्र उठा कर देख लीजिये उसमें प्रकाशित खबरें इस बात की पुष्टि करती हैं कि समस्या कितना गंभीर रूप लेती जा रही हैं। उच्चतम न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता और भारत के पीआईएल मैन के रूप में विख्यात अश्विनी उपाध्याय ने पांच तरह के जिहाद का विस्तार से वर्णन करते हुए कहा है कि भारत के विभिन्न शहरों की डेमोग्राफी साजिशन बदली जा रही है। उन्होंने कहा कि रोजाना देश में 1500 लोगों का धर्मांतरण कराया जाता है जोकि खतरनाक संकेत है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा लव जिहाद के बढ़ते मामले दर्शा रहे हैं कि हिंदुओं की लड़कियों के खिलाफ कैसी साजिश चल रही है। उन्होंने कहा कि इन समस्याओं का हल सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करके नहीं बल्कि सख्त कानून बना कर ही निकलेगा। उन्होंने कहा कि सरकार को इस संबंध में सख्त कानून बना कर पांच तरह के जिहाद के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ना चाहिए।