लिवरपूल के प्रशंसकों के लिए बुधवार की रात बेहद निराशाजनक रही जब उनकी टीम एनफील्ड में क्रिस्टल पैलेस के खिलाफ कराबाओ कप से 0-3 के बड़े अंतर से बाहर हो गई। मैच में कोच अर्ने स्लॉट ने अपनी टीम में बड़े बदलाव किए, जिसके बाद प्रशंसकों ने सोशल मीडिया पर जमकर नाराज़गी जताई है।
मौजूद जानकारी के अनुसार, लिवरपूल के कोच स्लॉट ने ब्रेंटफोर्ड के खिलाफ मिली हार के बाद अपनी टीम में दस बदलाव किए थे। केवल मिलोस केर्केज़ ही एकमात्र खिलाड़ी थे जिन्होंने पिछला मैच खेला था और इस बार भी शुरुआती 11 में शामिल थे। टीम में कई युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया, जबकि अनुभवी खिलाड़ियों जैसे मोहम्मद सलाह, वर्जिल वैन डाइक और अलेक्ज़ेंडर इसाक को पूरी तरह बाहर रखा गया था।
पहले हाफ के अंत से पहले क्रिस्टल पैलेस के इस्माइला सार ने दो तेज़ गोल दाग दिए और लिवरपूल को बैकफुट पर धकेल दिया। दूसरे हाफ में येरमी पिनो ने तीसरा गोल कर जीत पक्की कर दी। वहीं, लिवरपूल के युवा खिलाड़ी अमारा नालो को मैदान में उतरने के कुछ मिनट बाद ही रेड कार्ड दिखाया गया।
बता दें कि अर्ने स्लॉट ने मैच से पहले स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा था कि कराबाओ कप का इस्तेमाल क्लब अपने युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए करता है। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि युवा खिलाड़ी बड़े दर्शक वर्ग के सामने खेलें, यह उनके विकास का हिस्सा है।” उन्होंने आगे कहा कि टीम में कई चोटिल खिलाड़ी हैं और लगातार मैच खेलने से वरिष्ठ खिलाड़ियों पर चोट का खतरा बढ़ रहा है।
गौरतलब है कि स्लॉट की इस टीम चयन रणनीति को लेकर प्रशंसक बेहद नाराज़ हैं। कई समर्थकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि स्लॉट का यह फैसला “क्लब से पूरी तरह असंबद्ध” लगता है।
लिवरपूल ने पिछले छह मैचों में से पाँच में हार का सामना किया है, जिससे टीम का मनोबल पहले से ही गिरा हुआ था। अब कराबाओ कप से बाहर होना प्रशंसकों के लिए एक और झटका साबित हुआ है। वर्तमान में क्लब प्रीमियर लीग में भी संतोषजनक प्रदर्शन नहीं कर पा रहा है और प्रबंधन पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
कुल मिलाकर, एनफील्ड में मिली इस हार ने लिवरपूल के सीज़न को मुश्किल मोड़ पर ला खड़ा किया है और प्रशंसकों के मन में अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या अर्ने स्लॉट सही दिशा में टीम को आगे बढ़ा रहे हैं। फिलहाल, क्लब के समर्थक जवाब और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद में इंतज़ार कर रहे हैं।

