Wednesday, July 30, 2025
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Maharashtra Politics । सीएम पर सस्पेंस बरकरार, Eknath Shinde ले सकते हैं बड़ा फैसला

महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर हो रही राजनीति पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। शपथ ग्रहण समारोह की घोषणा के बाद भी सीएम पद के उम्मीदवार के नाम पर सस्पेंस बना हुआ है। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस सबसे आगे हैं। अजित पवार ने भी कह दिया है कि राज्य का अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा। इन सब के बीच अटकलें हैं कि पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे नयी सरकार को आकार देने के तौर-तरीकों से वह खुश नहीं हैं। उनकी पार्टी के एक नेता ने कहा है कि वह जल्द कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं।

कब होगा शपथ ग्रहण समारोह?

प्रदेश भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले शनिवार को घोषणा की कि महायुति सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को होगा। उन्होंने बताया कि समारोह दक्षिण मुंबई के आजाद मैदान में शाम पांच बजे होगा। प्रधानमंत्री मोदी इस समारोह में शामिल होंगे।
 

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महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन?

अभी तक यह घोषणा नहीं की गई है कि महाराष्ट्र मुख्यमंत्री कौन होगा, लेकिन भाजपा सूत्रों ने बताया कि फडणवीस इस शीर्ष पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। एक भाजपा नेता ने कहा कि पार्टी के विधायक दल का नेता चुनने के लिए दो दिसंबर को बैठक होगी। उन्होंने कहा कि इस बार फडणवीस को मुख्यमंत्री पद मिलने की संभावना है। एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने शनिवार को कहा, ‘महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री भाजपा से होगा और महायुति के अन्य घटकों से दो उपमुख्यमंत्री होंगे।’
 

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एकनाथ शिंदे को किया गया दरकिनार?

मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के नाम पर सस्पेंस के बीच, शिंदे के करीबी एवं शिवसेना नेता संजय शिरसाट ने कहा कि कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे रविवार तक कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं। मंत्रालय आवंटित करने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उनकी पार्टी को गृह विभाग मिलना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि शिंदे को दरकिनार करने की कोशिशें की गईं।
बता दें, शिंदे ने स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री पद पर कोई भी फैसला उन्हें स्वीकार्य होगा। लेकिन उनपर शिवसेना नेताओं के एक समूह का दबाव है, जो मानते हैं कि उन्हें उप मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए, क्योंकि वह दो साल से अधिक समय से मुख्यमंत्री हैं। पार्टी नेताओं का एक और समूह इस बात पर जोर दे रहा है कि उन्हें नयी सरकार का हिस्सा होना चाहिए।
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