उत्तर प्रदेश के अयोध्या में मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए बुधवार सुबह मतदान शुरू हो गया। सुबह 9 बजे तक मिल्कीपुर में 13.34 प्रतिशत वोट पड़े। अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह 7 बजे शुरू हुआ और शाम 5 बजे तक चलेगा। कुल 10 उम्मीदवार मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी के अजीत प्रसाद और भाजपा के चंद्रभानु पासवान के बीच होने की उम्मीद है। बसपा जहां उपचुनाव नहीं लड़ रही है, वहीं कांग्रेस इस सीट पर अपने गठबंधन सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी इस सीट से अपना उम्मीदवार उतारा है। चुनाव के लिए 255 मतदान केंद्र और 414 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। उपचुनाव में सुरक्षा के बारे में अधिकारियों ने बताया, “210 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग और 25 केंद्रों पर वीडियोग्राफी की जाएगी। 71 मतदान केंद्रों पर माइक्रो-ऑब्जर्वर तैनात किए गए हैं, जिनमें नौ फ्लाइंग स्क्वॉड, नौ स्टेटिक सर्विलांस टीमें, छह वीडियो सर्विलांस टीमें, दो सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, चार जोनल मजिस्ट्रेट और 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट शामिल हैं। मतदान सिविल पुलिस, पीएसी और अर्धसैनिक बलों की मदद से कराया जाएगा।”
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सुबह 9 बजे तक 13.34 प्रतिशत मतदान
अयोध्या के जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी सी. वी. सिंह ने पीटीआई- को बताया कि मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए मतदान बुधवार सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम पांच बजे तक चलेगा। सिंह ने बताया कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 414 मतदेय स्थलों पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान प्रक्रिया चल रही है। हालांकि मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक्स पर कई पोस्ट डालकर कुछ मतदेय स्थलों पर फर्जी मतदान कराये जाने और कई स्थानों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें खराब होने की शिकायत चुनाव आयोग से की है। अयोध्या के पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, सभी मतदान केंद्रों पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है।
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मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारी गश्त पर हैं। महत्वपूर्ण मतदान केंद्रों पर अर्द्धसनिक बलों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा, अफवाह फैलाने वालों या किसी अन्य अवैध गतिविधि में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित इस सीट पर 3.71 लाख से अधिक मतदाता मैदान में उतरे 10 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। हालांकि, मुख्य मुकाबला समाजवादी पार्टी (सपा) के अजीत प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चंद्रभानु पासवान के बीच होने की उम्मीद है। मिल्कीपुर विधानसभा सीट वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में निर्वाचित हुए अवधेश प्रसाद के साल 2024 के लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट से चुने जाने के चलते विधानसभा से इस्तीफा देने की वजह से रिक्त हुई है।
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के कुछ ही समय बाद कराये गये लोकसभा चुनाव में फैजाबाद सीट हारी भाजपा के लिये अयोध्या जिले की ही मिल्कीपुर विधानसभा का उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। जिलाधिकारी ने बताया कि उपचुनाव मतदान के लिए 255 मतदान केंद्र और 414 मतदेय स्थल बनाये गये हैं। इनमें से 210 मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग और 25 केंद्रों पर वीडियोग्राफी की जाएगी। इसके अलावा 71 मतदान केंद्रों पर ‘माइक्रो-ऑब्जर्वर’ तैनात किए गए हैं जिनमें नौ फ्लाइंग स्क्वॉड, नौ स्टेटिक सर्विलांस टीम, छह वीडियो सर्विलांस टीम, दो सुपर जोनल मजिस्ट्रेट, चार जोनल मजिस्ट्रेट और 41 सेक्टर मजिस्ट्रेट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मतदान सिविल पुलिस, पीएसी और अर्द्धसनिक बलों की निगरानी में कराया जाएगा। उपचुनाव के लिए 1.93 लाख से अधिक पुरुष मतदाता और 1.78 लाख से अधिक महिला मतदाता और आठ अन्य मतदाता पंजीकृत हैं।
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) यह उपचुनाव नहीं लड़ रही है, वहीं कांग्रेस इस सीट पर अपने गठबंधन की सहयोगी सपा का समर्थन कर रही है। आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) ने भी इस सीट से अपना उम्मीदवार उतारा है। वर्ष 2022 के प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा मिल्कीपुर के रूप में अयोध्या जिले की एकमात्र सीट हारी थी। उपचुनाव में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल सपा के बीच नजर आता है। दोनों दलों ने उपचुनाव में प्रचार करने के लिए शीर्ष नेताओं को भी भेजा था। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी भाजपा उम्मीदवार के लिए प्रचार कार्य में जुटे थे। दूसरी ओर सपा ने मैनपुरी से सांसद और पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को मिल्कीपुर में रोड शो के लिए भेजा था।