नाटो की तरफ से भारत, चीन और ब्राजील को धमकी दी जा रही है कि अगर आप रूस के साथ किसी भी किस्म का ट्रेड करते हो तो आपके ऊपर डायरेक्ट प्रतिबंध लगेगा और जिसकी वजह से आपकी इकोनॉमी पर बड़ा असर पड़ेगा। नाटो के सेक्रेटरी जनरल मार्क रुट ने धमकी देते हुए कहा कि भारत, चीन और ब्राजील के ऊपर प्रतिबंध लगाए जाएंगे। नाटो के द्वारा रूस पर सेकेंडरी बैन लगाए जाएंगे। रूस पर पहले ही सीधे प्रतिबंध लगाए गए हैं और अब उनके पार्टनर्स को टारगेट किया जाएगा। दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच की जंग तीन साल से भी ज्यादा वक्त गुजर जाने के बाद भी जारी है। युद्ध के अंदर जिस तरह से ड्रोन और मिसाइल लॉन्च किए जा रहे हैं। ये वक्त के साथ और ब ढ़ता ही जा रहा है। रूस ने अभी तक किसी भी तरह के शांति प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है। ऐसे में अब नाटो की तरफ से आर्थिक और सैन्य दवाब रूस की तरफ से डाला जाए जिससे उसे बातचीत की मेज पर लाया जा सके। बीते दिनों ट्रंप की तरफ से एक बयान भी सामने आया था दिन में पुतिन बहुत मीठी मीठी बाते करते हैं और रात को बमबारी कर देते हैं।
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ट्रंप ने रूस को 50 दिन का अल्टीमेटम दिया है। 50 दिन के अंदर अंदर शांति वार्ता के लिए तैयार हो जाएं, नहीं तो रूस के ऊपर बड़े और कड़े प्रतिबंध लगाए जाएंगे। रूस के एक्सपोर्ट पर 100 प्रतिशत का टैरिफ लगा दिया जाएगा और इसके अलावा सेकेंडरी बैन भी लगाया जाएगा, जिसका असर भारत जैसे देशों पर सीधे पड़ेगा। नाटो महासचिव मार्क रूट ने ब्राज़ील, चीन और भारत को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर वे रूस के साथ व्यापार जारी रखते हैं तो उन्हें गंभीर आर्थिक दंड का सामना करना पड़ सकता है। बुधवार को अमेरिकी सीनेटरों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, रूट ने बीजिंग, दिल्ली और ब्राज़िल के नेताओं से आग्रह किया कि वे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर शांति वार्ता को गंभीरता से लेने के लिए दबाव डालें। रूट ने कहा कि यदि आप चीन के राष्ट्रपति हैं, भारत के प्रधानमंत्री हैं, या ब्राजील के राष्ट्रपति हैं, और आप रूस के साथ व्यापार करना जारी रखते हैं तथा उनका तेल और गैस खरीदते हैं, तो आपको पता है: यदि मास्को में बैठा व्यक्ति शांति वार्ता को गंभीरता से नहीं लेता है, तो मैं 100 प्रतिशत द्वितीयक प्रतिबंध लगा दूंगा।
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रूस और उसके सहयोगियों पर 100% टैरिफ लगाने की धमकी
डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी निर्यात पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की चेतावनी भी दी है और संकेत दिया है कि अगर यूक्रेन के साथ 50 दिनों के भीतर कोई शांति समझौता नहीं होता है, तो वे रूसी तेल खरीदने वाले देशों पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहे हैं। ट्रंप ने कहा कि अगर 50 दिनों के भीतर कोई समझौता नहीं होता है, तो यह बहुत बुरा होगा। टैरिफ जारी रहेंगे और अन्य प्रतिबंध भी जारी रहेंगे। उन्होंने आगे कहा कि द्वितीयक टैरिफ कांग्रेस की नई मंज़ूरी के बिना भी लागू किए जा सकते हैं। ट्रंप ने पहले कहा था हम द्वितीयक टैरिफ लगा सकते हैं। हम शायद 100 प्रतिशत या ऐसा ही कुछ कह रहे हैं। हम सीनेट या सदन के बिना द्वितीयक टैरिफ लगा सकते हैं, लेकिन वे जो योजना बना रहे हैं वह बहुत अच्छी भी हो सकती है।
भारत शीर्ष खरीदारों में शामिल
रिपोर्टों के अनुसार, भारत, चीन और तुर्की रूसी कच्चे तेल के सबसे बड़े खरीदारों में शामिल हैं और अगर ट्रंप प्रतिबंध लगाते हैं, तो इन देशों – खासकर भारत – को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इस कदम से ऊर्जा आपूर्ति बाधित हो सकती है और ऐसे समय में लागत बढ़ सकती है जब वैश्विक कीमतें पहले से ही अस्थिर हैं।