नेपाल के पीएम के इस्तीफे के बाद सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के शीर्ष अधिकारियों ने एक संयुक्त अपील की है। उन्होंने लोगों से संयम बरतने और बातचीत के जरिए संकट का समाधान निकालने की अपील की है। उन्होंने कहा, चूंकि राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री का इस्तीफा पहले ही स्वीकार कर लिया गया है, इसलिए हम सभी से संयम बरतने और इस कठिन परिस्थिति में जान-माल को और नुकसान न होने देने की अपील करते हैं।
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नेपाल में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच, उत्तर प्रदेश सरकार ने पुलिस प्रशासन को इस हिमालयी राष्ट्र से लगे सभी सात सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश दिया है। यह कदम प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली द्वारा भ्रष्टाचार और विवादास्पद सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ युवा प्रदर्शनकारियों के नेतृत्व में कई दिनों तक चले हिंसक सरकार विरोधी प्रदर्शनों के बाद इस्तीफा देने के बाद उठाया गया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कृष्ण ने श्रावस्ती, बलरामपुर, बहराइच, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सिद्धार्थनगर और महाराजगंज में चौबीसों घंटे निगरानी, गश्त बढ़ाने और अतिरिक्त पुलिसकर्मियों की तैनाती के आदेश दिए हैं।
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नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में एक विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। एक व्हाट्सएप नंबर सहित तीन हेल्पलाइन नंबर 24×7 चालू रहेंगे – 0522-2390257, 0522-2724010, और 9454401674 (व्हाट्सएप नंबर 9454401674 पर भी उपलब्ध)। एडीजी (कानून व्यवस्था) अमिताभ यश ने कहा यूपी पुलिस राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने और नेपाल में फंसे भारतीय नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।