रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने उत्तर कोरिया की यात्रा के दौरान अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने इन देशों पर आरोप लगाया कि वे उत्तर कोरिया को निशाना बनाकर एक सुरक्षा साझेदारी बना रहे हैं। यह चेतावनी लावरोव की उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन से मुलाकात के बाद आई है, जिसका मक़सद दोनों देशों के बीच बढ़ते सैन्य और अन्य सहयोग को और मज़बूत करना था।
किम जोंग उन से मुलाकात, रूस को ‘बिना शर्त समर्थन’
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने शनिवार (12 जुलाई) को उत्तर कोरिया के पूर्वी वॉनसन शहर में देश के नेता किम जोंग उन से मुलाकात की। लावरोव ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ओर से किम को शुभकामनाएँ दीं।
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार, किम ने बैठक के दौरान यूक्रेन के साथ चल रहे संघर्ष में रूस द्वारा उठाए गए ‘सभी उपायों का बिना शर्त समर्थन और प्रोत्साहन’ देने की अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने यह भी कहा कि प्योंगयांग और मॉस्को “गठबंधन के स्तर के अनुरूप सभी रणनीतिक मुद्दों” पर एक जैसे विचार रखते हैं।
केसीएनए की रिपोर्ट के मुताबिक, लावरोव ने दोनों देशों से अंतर्राष्ट्रीय मामलों में अपने ‘रणनीतिक और सामरिक सहयोग को और मज़बूत करने और ठोस कार्रवाई को तेज़ करने’ का आह्वान किया।
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रूस-उत्तर कोरिया के बढ़ते संबंध
हाल के सालों में रूस और उत्तर कोरिया के बीच संबंध काफ़ी गहरे हुए हैं। उत्तर कोरिया सैन्य और आर्थिक सहायता के बदले में यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के लिए सैनिक और हथियार मुहैया करा रहा है। इससे दक्षिण कोरिया, अमेरिका और अन्य देशों में यह चिंता बढ़ गई है कि रूस उत्तर कोरिया को ऐसी संवेदनशील तकनीकें भी दे सकता है, जिससे उसके परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों का ख़तरा बढ़ सकता है।
लावरोव का आरोप, ‘सैन्य जमावड़ा’ और ‘गठबंधन’ की चेतावनी
अपने उत्तर कोरियाई समकक्ष चोई सोन हुई के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, लावरोव ने अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान पर उत्तर कोरिया के आसपास सैन्य जमावड़ा करने का आरोप लगाया। रूस की सरकारी समाचार एजेंसी तास के अनुसार, लावरोव ने स्पष्ट रूप से कहा, ‘हम इन संबंधों का फायदा उठाकर उत्तर कोरिया और निश्चित रूप से रूस सहित किसी के भी खिलाफ गठबंधन बनाने के खिलाफ चेतावनी देते हैं।’
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अमेरिका-दक्षिण कोरिया-जापान के संयुक्त सैन्य अभ्यास
उत्तर कोरिया के बढ़ते परमाणु कार्यक्रम के जवाब में अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने अपने त्रिपक्षीय सैन्य अभ्यासों को फिर से शुरू किया है। तीनों देशों ने शुक्रवार (11 जुलाई) को कोरियाई प्रायद्वीप के पास अमेरिकी परमाणु-सक्षम बमवर्षकों के साथ एक संयुक्त हवाई अभ्यास किया। इसी दौरान उनके शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने सियोल में मुलाकात की और उत्तर कोरिया से क्षेत्रीय सुरक्षा को खतरा पहुँचाने वाली सभी गैरकानूनी गतिविधियों को बंद करने का आग्रह किया।